समाजवादी पार्टी के विधायक रमाकांत यादव पर गैंगस्टर एक्ट लगाया गया है। एडीजी वाराणसी जोन ने आजमगढ़ सपा विधायक और उनके गैंग के 15 सदस्यों को हत्या और अपमिश्रित देशी शराब बनाकर लाइसेंसी देसी शराब की दुकान पर बेचने आदि जैसे जघन्य अपराध में ‘आईआर-42 गैंग’ के रूप में सूचीबद्ध किया है। आपको बता दें कि विधायक रमाकांत यादव जुलाई 2022 से ही जेल में बंद हैं।
रमाकांत यादव के गैंग के प्रमुख सदस्य रंगेश यादव है, जो सपा विधायक रमाकांत यादव के भांजे हैं। इन्हीं के ठेके से 2022 में जहरीली शराब लोगों ने खरीदी, जिसकी वजह से 7 लोगों की मौत हो गई थी और 60 से अधिक लोग बीमार हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में गैंगेस्टर एक्ट और रासुका के तहत 13 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। गैंगस्टर कार्रवाई होने की जानकारी एडीजी वाराणसी ने दी है।
वाराणसी एडीजी द्वारा रजिस्टर्ड किए गए इंटर स्टेट गैंग में 15 सदस्य का नाम शामिल है। इनमें रंगेश यादव के अलावा सूर्यभान, पुनीत कुमार यादव, पंकज यादव शामिल है, जो दीदारगंज थाना क्षेत्र से हैं। इसके अलावा, रामभोज, मोहम्मद फहीम, मोहम्मद नदीम, मोहम्मद कलीम, मोहम्मद नईम, मोहम्मद सलीम, शहबाज सीम नेता उर्फ नसीम अहरौला थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। इसमें अशोक यादव फूलपुर, रवि कुमार क्षत्रि उर्फ राजकुमार, जोयन्ता कुमार मिश्रा पश्चिम बंगाल का नाम भी शामिल है।
उत्तर प्रदेश के फूलपुर के अंबारी निवासी रमाकांत यादव ने राजनीति में साल 1995 में कदम रखा। इसके बाद वह तीन बार विधायक चुने गए। 1996 में रमाकांत यादव से आजमगढ़ से सांसद का चुनाव लड़े और जीत गए। बाद में, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) जैसी पार्टियों से भी राजनीति की। फिलहाल, वह फूलपुर-पवई विधानसभा से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं।