तमिलनाडु सरकार मे मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने जिस तरह से सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है उसके बाद वह निशाने पर हैं। उदयनिधि के बयान पर राशिद अल्वी ने कहा कि भारत तमाम धर्मों की इज्जत करने के लिए जाना जाता है। हमारा संविधान इसीलिए सेक्युलर है क्योंकि देश में भिन्न-भिन्न धर्म और जाति और भाषा के लोग रहते हैं, ताकि देश को एक रखा जा सके।
लेकिन पिछले 9 साल में भाजपा ने धर्म को राजनीति में लाकर धर्म का राजनीतिकरण हो गया है। यही वजह है कि जिसकी मर्जी आती है वो किसी भी धर्म के मामले में कुछ भी बोल देता है। जिसने बोला है गलत बोला है, लेकिन उससे अभी अधिक जिम्मेदारी भाजपा की है जिसने धर्म को राजनीति में लाने का काम किया।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि तमिलनाडु में कुछ लोगों की असलियत पता चलने लगी है। वहां के समाज उस विषय को जानने लगा है, कुछ लोगों को कुछ समय तक के लिए भ्रमित करके रखा जा सकता है, लेकिन लंबे समय तक यह नहीं किया जा सकता है।
तमिलनाडु की भारत की विभिन्न प्रांतों की जो आस्था का केंद्र है, पिछले दिनों हमने तमिल काशी संगमम आयोजित किया, तमिलनाडु में हर एक गांव में काशी विश्वनाथ जी की स्मृति है तो, सनातन तो नित्य निरंतर है। सियासी बायानों से कुछ नहीं होता है, यह उनकी कुंठा है।
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि ये जो इंडिया गठबंधन है, इसका मजबूत स्तंभ हैं स्टालिन साहब और उनका बेटा सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू से कर रहे हैं, इसे खत्म करने की बात कह रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी को और जो इंडिया गठबंधन के जो साथी है उन्हें अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि वो इकट्ठा होकर गठबंधन बना रहे हैं या सनातन धर्म को खत्म करने के लिए साथ आ रहे हैं। स्टालिन के बेटे जो बयान दिया है वह दुर्भाग्यपूर्ण है, इसकी जितनी आलोचना की जाए कम है।
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि सनातन धर्म अनादि धर्म, उसी से सारे धर्म और पंत निकले हैं। उसे किसी भी कीमत से मिटाया नहीं जा सकता है। चाहे उदयनिधि के साथ अनेकों लोग भी आ जाए।
सनातन धर्म अनादि से आया है और हमेशा रहेगा। जो भी माता-पिता की सेवा करता है वह भी सनातन धर्म से है। यही वजह है कि वह सनातन धर्म का अर्थ ही नहीं समझ पाए। असंभव को संभव बनाने की जो बात कर रहे हैं, ऐसे लोग सनातन की परंपरा को समझते नहीं।
वीएचपी
वीएचपी के महासचिव विजय शंकर तिवारी ने कहा कि ऐसे लोगों को औपनिवेशिक सोच से बाहर आना चाहिए। इस सोच ने भारत को उत्तर-दक्षिण, भाषा के आधार पर बांटने की बहुत कोशिश लेकिन वो सफल नहीं हो पाए। तमिलनाडु की जमीन भगवान शंकराचार्य की भूमि है, उन्होंने चारो धाम की स्थापना की, उन्होंने सनातन धर्म को स्थापित करने का काम किया।
नाना पटोले
महाराष्ट्र कांग्रेस के चीफ नाना पटोले ने कहा कि इस मामले में कांग्रेस की भूमिका बिल्कुल स्पष्ट है। किसी धर्म के बारे में चेस्टा करना, किसी की भावना को आहत करना कांग्रेस की भूमिका नहीं है। सर्वधर्म समभाव की भावना जो बाबा साहब अंबेडकर ने दी है हमउसपर चलते हैं। किसने क्या बोलना है वह हमारे हाथ में नहीं है।
स्वामी चक्रपाणि
हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि उदयनिधि को यह समझना चाहिए कि सनातन धर्म कोई बताशा, लेमनचूस नहीं है जो मुंह में डाला गल गया। इंडिया गठबंधन के जो लोग हैं वो मोदी जी और भाजपा से नहीं लड़ रहे हैं, वो हिंदू सनातन धर्म से लड़ रहे हैं कि कैसे खत्म किया जाए।
यह लड़ाई अब सुर-असुर की हो गई है। एक तरफ वो हैं जो सावन में ही मांस खा रहे हैं, दूसरी सनातन धर्म को बचाने वाले लोग हैं। चुनाव आने पर ये लोग कोट के ऊपर जनेऊ पहनकर घूमेंगे।