समाजवादी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने संभल हिंसा मामले के आरोपियों से मुरादाबाद जिला जेल में मुलाकात की और उन लोगों को कानूनी मदद का आश्वासन दिया, जिन पर ‘‘झूठा” मामला दर्ज किया गया है। पार्टी के पूर्व लोकसभा सदस्य और मुरादाबाद के पूर्व महापौर एस.टी हसन ने यह जानकारी दी। सपा के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले हसन ने बताया, ‘‘हम सोमवार अपराह्न करीब 12.30 बजे जेल पहुंचे और करीब एक घंटे तक वहां रहने के दौरान कुछ आरोपियों से मुलाकात की। हमने मुलाकात के लिए जेल अधिकारियों से पहले ही संपर्क कर लिया था और यह दौरा उसी के आधार पर निर्धारित किया गया था।”
हसन ने कहा, ‘‘संभल हिंसा के बाद गिरफ्तार किए गए कई लोग यहां कैद हैं। ऐसी घटनाओं के दौरान, निर्दोष तमाशबीन अक्सर फंस जाते हैं। हम यहां उन लोगों के लिए कानूनी सहायता प्रदान करने और न्याय सुनिश्चित करने के लिए हैं जिनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया।” संभल को ‘‘राजनीतिक पर्यटन स्थल” में तब्दील करने की भाजपा नेताओं के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए हसन ने कहा, ‘‘जो लोग मणिपुर में चल रही हिंसा को नजरअंदाज करते हैं और इसके बारे में जानकारी इकट्ठा करने में विफल रहते हैं, उन्हें संभल का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए नहीं करना चाहिए।”
हसन ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने जेल मे बंद तीन महिलाओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ ने हमारे साथ अपनी समस्याएं साझा की जबकि अन्य रोते रहे और एक शब्द भी नहीं बोल सके।” संभल में 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध और सोमवार को लखनऊ में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को हिंसा प्रभावित जिले का दौरा करने से रोके जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘दुख में, परेशानी में और पीड़ित लोगों से मिलना हमारी परंपरा और प्रथा है। समर्थन करें। जो कुछ भी हो रहा है वह लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है।”