संजय गांधी अस्पताल को सील किए जाने के खिलाफ कांग्रेस की पूर्व एमएलसी दीपक सिंह धरने बैठने के दौरान अमेठी की सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को पाकिस्तान कहना भारी पड़ गया और अमेठी में ही दीपक सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। और अब किसी भी समय उनकी गिरफ्तारी हो सकती है।
बताते चले संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस सरकार के द्वारा निरस्त किए जाने के बाद अस्पताल को बंद कर दिया गया जिसको लेकर कांग्रेस के पूर्व एमएलसी दीपक सिंह बहाल करने की मांग को लेकर बीते तीन दिनों से धरने पर बैठे हैं लेकिन अब तक कोई भी अधिकारी इस मामले पर उनसे वार्ता करने नहीं पहुंचा है। लेकिन इस पूरे मामले को लेकर राजनीति तेज हो गई हैं।
पूर्व एमएलसी दीपक सिंह पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हम संवेदनशील है हमारे नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लोगों का दर्द समझती हैं। उनके परिवार का दर्द समझ रहे है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के दौरान जिस मां की मौत हो गई वह बच्चा भी अमेठी परिवार का हिस्सा है। किसी स्मृति ईरानी पाकिस्तान से कोई मतलब नहीं है। और उस बच्चे की जिम्मेदारी हमारे परिवार की है अमेठी में हम सब ने न्याय करना सीखा है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ पाकिस्तान शब्द कहे जाने को लेकर भाजपा के महामंत्री केशव सिंह अमेठी की गौरीगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई और उनके तहरीर पर पूर्व एमएलसी दीपक सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है केशव सिंह का मानना है कि केंद्र की एक सम्मानित मंत्री और सांसद स्मृति रानी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है उनको पाकिस्तानी कहा है यह किसी भी भारतीय की लिए गहरी चोट है।
अमेठी की मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र के पांडे पुरवा मजरा रामसहाबपुर निवासी अनुज शुक्ला की पत्नी दिव्या शुक्ला 14 सितंबर को संजय गांधी अस्पताल में पथरी के ऑपरेशन करने के लिए आई थी।15 सितंबर को ऑपरेशन क्षेत्र के अंदर एनेस्थीसिया देने के बाद दिव्या कुमार में चली गई जब उन्हें होश नहीं आया तो परिवार के लोग उन्हें 16 सितंबर को रात्रि मेदांता लखनऊ लेकर पहुंच गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत्यु घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन आक्रोशित हो गए और रात में ही लखनऊ से अमेठी पहुंचकर संजय गांधी अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजन की शिकायत पर सीईओ समय तीन डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया और इसके मामले पर जांच कमेटी गठित की गई। इस मामले में पूछताछ के बाद दूसरे दिन इसकी रिपोर्ट में अस्पताल प्रबंधन की गलती सामने आई तो प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक को कड़ी कार्रवाई की निर्देश भी दे दी। जिसे लेकर 17 सितंबर को जिला प्रशासन अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया। और अस्पताल को सील कर दिया।