संभल में हुए हिंसा के बाद हालात अब काबू में हैं। दुकानें खुल रही हैं और आम जीवन धीरे-धीरे शुरू हो रह है। पिछले जुम्मे के नमाज को हुए सर्वे के बाद हुई हिंसा और उसके बाद शुक्रवार को पहला जुम्मे का नमाज है।
शाही जामा मस्जिद से एक घोषणा की गई जिसमें लोगों से घर पर शुक्रवार की नमाज (जुम्मा नमाज) अदा करने और प्रशासन के साथ सहयोग करने का आग्रह किया गया। जनता को बिना किसी डर के अपनी दुकानें खोलने और यह सुनिश्चित करने की सलाह दी गई कि कोई अप्रिय घटना न हो, सभी को अपनी नियमित गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान पुलिस पर अराजक तत्वों ने पथराव किया था। हालात इतने बेकाबू हो गए थे कि पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा था। अब मौके पर शांति बनी हुई है। पुलिस इलाके में गश्त कर रही है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं।
उत्तर प्रदेश के काशी और मथुरा के बाद अब संभल का शाही जमा मस्जिद विवाद के घेरे में है। दावा किया जा रहा है कि ये जगह पहले श्रीहरिहर मंदिर हुआ करता था जिसे बाबर में 1529 में तोड़वाकर मस्जिद बनवा दिया। मस्जिद में शिवलिंग के होने का भी दावा किया जा रहा है।