लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को नगरीय निकाय चुनाव के लिए उनकी पार्टी को वोट देने की लोगों से अपील की और शहरों की समस्याओं के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार ठहराया।
सपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पार्टी प्रमुख यादव ने नगरीय निकाय चुनाव के लिए मतदाताओं को सजग करते हुए कहा कि यह चुनाव स्मार्ट सिटी का है और इसलिए महत्वपूर्ण है कि आज हमारे शहरों में आबादी बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा कि शहरों में जितनी भी समस्याएं हैं, सब भारतीय जनता पार्टी की देन है।
उन्होंने कहा, ‘‘सबसे लंबे समय तक इन शहरों में भाजपा के महापौर रहे हैं। उदाहरण के लिए सबसे ज्यादा लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, आगरा में उन्हीं के महापौर रहे।’’ यादव ने कहा, ‘‘सरकार कह रही है कि ट्रिपल इंजन चाहिए, ट्रिपल इंजन तो बहुत दिनों से चल रहा है लेकिन भाजपा स्मार्ट सिटी तो नहीं बना सकी, नालियां खुली पड़ी है, गंदगी है, सड़कों पर गड्ढे हैं, गलियों में दुर्दशा है और इन सबके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है।’’ उन्होंने सपा की सरकार में विकास कार्य होने का दावा करते हुए कहा, ‘‘आखिरकार स्मार्ट सिटी में क्या कर रहे हैं आप, आपका रिवर फ्रंट वैसे का वैसा है। जितनी भी इमारतें बनी थी, जो अहम इमारतें थी, वैसी की वैसी है। शहर के हजारों पार्क सरकार ने बर्बाद कर दिए। बड़े पार्क को जो सुविधा मिलनी चाहिए थी, वह नहीं दे पा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसी शहर में प्रधानमंत्री ने कूड़े से बिजली बनाने का संयंत्र लगाया लेकिन कभी बिजली नहीं बनी। कूड़े के निस्तारण की क्या व्यवस्था है। मेडिकल कचरा कहां जा रहा है, सफाई नहीं हो पा रही है। जो पेड़ लगे थे काट डाले। जो नकली पेड़ लगाये थे वह भी सब सूख गये।” यादव ने कहा, ‘‘समाजवादियों ने जो काम किया था, उससे आगे इस सरकार ने कुछ नहीं किया और स्मार्ट सिटी के नाम पर इतना भ्रष्टाचार हुआ कि आप कल्पना नहीं कर सकते।” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सोमवार को सहारनपुर में निकाय चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए ‘यूपी में नो दंगा, यूपी में सब ओर चंगा’ और ‘माफिया हो गये अतीत’ जैसे नारे दिये जाने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘वह एक अलग सोच वाली पार्टी है, कुछ जगह तो वह दूरी बनाने वाली पार्टी दिखी -जहां लोगों ने खुद उससे किनारा कर लिया।’’ सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘फिर इसके साथ उन्हें (योगी आदित्यनाथ) यह भी बताना चाहिए था कि कितने मुकदमे उन पर थे जो वापस लिए। कहीं ऐसे मुकदमे तो नहीं थे जो दंगे के मुकदमे थे।’’ उन्होंने गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की ओर इशारा करते हुए सवाल उठाया, ‘‘गवाह के पास सरकार की सुरक्षा थी और जिन पर आरोप था वह भी सरकार की सुरक्षा में थे, फिर भी हत्या हो गयी तो जिम्मेदार कौन।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जनता इन मुद्दों पर चर्चा न करे इसलिए उनके (मुख्यमंत्री) भाषण दूसरी दिशा में हो रहे हैं।” सपा प्रमुख ने नारा दिया ‘‘भाजपा को हटाइए, आप सुविधा पाइये।’’ सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सरकार न जाने किन मुद्दों को छेड़ रही है। समाजवादियों का मानना है कि शहर साफ सुथरे बने और शहर अच्छे हो इसीलिए लोग निकाय चुनाव में जिन मुद्दों पर बहस करना चाहते हैं, हमने वह मुद्दे रखे हैं।’’ यादव ने भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘भ्रष्टाचार के लिए महापौरों का टिकट भाजपा ने काटा। अयोध्या में रजिस्ट्री घोटाले के लिए महापौर का टिकट काटा।’’ उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर में भाजपा को उम्मीदवार ही नहीं मिला।
गौरतलब है कि भाजपा ने अपने 14 निवर्तमान महापौर में सिर्फ तीन को दोबारा मौका दिया है और अयोध्या की अनारक्षित सीट होने के बावजूद निवर्तमान महापौर की जगह भाजपा ने दूसरा उम्मीदवार उतारा है।
हाल में भाजपा द्वारा सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ एक गाना प्रस्तुत किए जाने के मामले पर अखिलेश यादव ने कहा कि यह मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए किया गया है।