उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को विपक्षी दलों पर तीखा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस-सपा, ‘इंडिया’ गठजोड़ और पाकिस्तान का डीएनए मिलता-जुलता है। योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय मंत्री तथा मोहनलालगंज से सांसद व भाजपा प्रत्याशी कौशल किशोर के पक्ष में रविवार को गांधी डिग्री कॉलेज सिधौली (सीतापुर) में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया, “सपा, कांग्रेस सहित विपक्षियों के ‘इंडी’ (इंडिया) गठबंधन और पाकिस्तान का डीएनए मिलता-जुलता है।”
उन्होंने दावा किया, “सपा-कांग्रेस के समय गरीब भूखा मरता था। पाकिस्तान में भी लोग भूखे मर रहे हैं और यहां 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन मिल रहा है।” योगी ने कहा, “मोदी जी ने 10 वर्ष में पाकिस्तान की आबादी से अधिक (25 करोड़) लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया है। कांग्रेस को 60-65 वर्ष तक मौका मिला, लेकिन इन्होंने विकास नहीं किया।” मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, “संप्रग सरकार के समय उपचार की व्यवस्था नहीं थी। यह लोग आस्था के साथ खिलवाड़ करते थे।” आदित्यनाथ ने बहराइच के पयागपुर के कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया, “‘इंडी’ (इंडिया) गठबंधन में शामिल लोग पाकिस्तान और आतंकवाद की पैरवी करते हैं। यह प्रभु राम पर नहीं बल्कि हम सब लोगों के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करते हैं क्योंकि हम सभी जागने से लेकर सोने तक प्रभु श्रीराम का स्मरण करते हैं।” इस दौरान उन्होंने लोकसभा प्रत्याशी करण भूषण सिंह के पक्ष में वोट की अपील भी की।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की मंशा अनुसूचित जाति और जनजाति के अधिकारों में भी घुसपैठ करने की है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण संप्रग सरकार में आई सच्चर कमेटी की रिपोर्ट है। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘इंडिया’ गठबंधन के घोषणा पत्र में विरासत कर लगाने की बात कही गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने देश में चार जातियों- गरीब, किसान, युवा और महिला-की बात की है जिनमें किसी जाति, मत-मजहब की बात नहीं है। आदित्यनाथ ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है। देश सुरक्षित हुआ है। आज कहीं अगर जोर से पटाखा भी फट जाए तो पाकिस्तान सफाई देने लगता है। उसे पता है कि कोई चूक हो गई तो लेने के देने पड़ जाएंगे।” उन्होंने कहा, “ देश में हुए मूलभूत ढांचे के विकास और गरीब कल्याणकारी योजनाओं का कोई मुकाबला नहीं है। विकसित भारत की संकल्पना पर आधारित भाजपा का संकल्प पत्र इस बात को दोहरा रहा है कि हमें हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना है।”