भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी अरविंद कुमार ने सोमवार को उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष पद की शपथ ली। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके बाद वह नियामक आयोग पहुंचे, जहां कार्यभार ग्रहण किया।
कुमार के पास ऊर्जा विभाग का लंबा अनुभव है। वह विभाग में विशेष सचिव से अपर मुख्य सचिव तक की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इससे पहले आयोग के अध्यक्ष आरपी सिंह का कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो गया था जिसके बाद इस पद के लिये सही और योग्य व्यक्तित्व की तलाश की जा रही थी। विद्युत नियामक आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष अरविंद कुमार के कार्यभार ग्रहण करने के बाद उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने मुलाकात की। प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं की तरफ से हार्दिक बधाई देते हुए आयोग अध्यक्ष के सामने उपभोक्ताओं के लंबित प्रकरण की जानकारी दी।
गौरतलब है कि वर्ष 1988 बैच के आईएएस अधिकारी रहे अरविंद एमटेक डिग्रीधारी हैं। वे ऊर्जा विभाग में विशेष सचिव से अपर मुख्य सचिव तक की जिम्मेदारी संभालने के साथ ही पावर कॉरपोरेशन, उत्पादन, पारेषण व वितरण निगमों के भी चेयरमैन रहे हैं। सबसे कठिन माने जाने वाले पूर्वांचल के विद्युत वितरण निगम के एमडी के रूप में उनका कार्यकाल काफी सराहा जाता है। वे 2004-06 तक पूर्वांचल के एमडी रहे। वे अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त तथा अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास एवं आईटी व इलेक्ट्रॉनिक विभाग के अपर मुख्य सचिव, यूपीडा के चेयरमैन व सीईओ सहित केंद्र व राज्य सरकार के अन्य पदों पर भी कार्य कर चुके हैं। इस वर्ष फरवरी में सेवानिवृत्ति के बाद सीएम ने उन्हें अपना सलाहकार बनाया था और औद्योगिक विकास सेक्टर की जिम्मेदारी दी थी।