वाराणसी। एंटी करप्शन की टीम ने गुरुवार को जंसा थाने के एक दरोगा को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपित दरोगा ने मारपीट मामले के आरोपित से विवेचना से नाम हटाने के नाम पर एक लाख रुपये रिश्वत मांगी थी। गिरफ्तार दरोगा को रोहनिया थाने में लाकर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।
बेरुका गांव निवासी सैफ नामक युवक ने चार नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट समेत अन्य आरोपों में जंसा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पांचों आरोपितों के खिलाफ जंसा कस्बा चौकी में तैनात दरोगा अभिषेक विवेचना कर रहा था।
आरोप है कि दरोगा अभिषेक वर्मा ने अमजद नाम के आरोपित से कहा कि एक लाख रुपये देने पर उसका नाम केस से हटा देगा। इस पर अमजद ने दरोगा अभिषेक वर्मा को 10 हजार रुपये दे दिया था। शेष रुपये देने में अमजद ने मना किया तो दरोगा अभिषेक दबाव बनाने लगा।
इससे परेशान होकर अमजद ने एंटी करप्शन में शिकायत कर दी। फिर योजनानुसार एंटी करप्शन की टीम ने केमिकल लगे नोट अमजद को दिए। अमजद ने रिश्वत मांगने वाले दरोगा को दीनदासपुर गांव में बुलाया। गुरुवार को दरोगा जैसे ही वहां पहुंचा अमजद ने उसे नोटों की गड्डी थमाई। इसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने दरोगा को पकड़ लिया।