लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अयोध्या में आठ परिकल्पनाओं के आधार पर निरंतर कार्य हो रहे हैं, जिससे अवधपुरी को वैश्विक नगरी बनाने का सपना साकार होने जा रहा है। अयोध्या में 30.5 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं में से अधिकांश 2024 में पूरी हो रही हैं। वहीं सीएम योगी के प्रयासों से यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान अयोध्या के लिए प्राप्त हुए 6 हजार करोड़ से अधिक के निवेश भी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिए धरातल पर उतरने को बिल्कुल तैयार हैं।
2017 में उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डबल इंजन की ताकत से अयोध्या के चहुंमुखी विकास का खाका खींचा और इसे लेकर मिशन मोड में कार्य शुरू किया गया। एक के बाद एक लगभग 30.5 हजार करोड़ की 178 परियोजनाओं के जरिए अयोध्या को विश्वस्तरीय नगरी के रूप में विकसित करने का संकल्प अब सिद्धि तक पहुंचने जा रहा है। दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले दिन से ही अवधपुरी के वैभव को पुनर्प्रतिष्ठापित करने के लिए आठ परिकल्पनाओं को ही ‘मॉडल’ मानकर कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिये थे। अयोध्या की पुनर्प्रतिष्ठापित करने के आठ ‘मॉडल’ में अयोध्या को सक्षम, आधुनिक, सुगम्य, सुरम्य, भावात्मक, स्वच्छ और आयुष्मान नगर के रूप में स्थापित करने का संकल्प मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया है।
इन आठ संकल्पित ‘मॉडल’ में विकास कार्यों की एक लंबी फेहरिस्त है, जिसमें सबसे पहला नाम अयोध्या में बनकर तैयार हो चुके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का है। 14 सौ करोड़ के इस प्रोजेक्ट में 11 सौ करोड़ रुपए योगी सरकार की ओर से प्रदान किये गये। साथ ही भूमि अधिग्रहण जैसे पेचीदा मामलों में स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भू-स्वामियों से संवाद कर एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण के कार्य को शांतिपूर्वक संपन्न कराया। नव्य अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन भी लोकार्पित हो चुका है। वहीं सूर्यवंशी राजा राम की नगरी को सौर ऊर्जा से प्रकाशमान बनाने के लिए योगी सरकार की ओर से सबसे बड़ा तोहफा इसी साल मार्च तक सोलर सिटी के रूप में मिलने वाला है।
जनवरी में जहां एक तरफ भव्य श्रीराम मंदिर का उद्घाटन होगा वहीं 394 करोड़ से 4 लेन अयोध्या अकबरपुर बसखारी मार्ग, एनएच 27 से रामपथ तक रेलवे समपार, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर बड़ी बुआ रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज, दर्शन नगर के पास रेलवे ओवर ब्रिज, अमानीगंज में मल्टी लेवल पार्किंग, कलेक्ट्रेट के पास स्मार्ट वाहन पार्किंग, पंचकोसी और चौदहकोसी मार्ग पर इंटरप्रिटेशन वॉल का निर्माण, परिक्रमा मार्ग पर 25 से ज्यादा पयर्टन स्थलों और कुंडों का विकास, डेकोरेटिव पोल और हेरिटेज लाइटों की स्थापना का कार्य, कौशल्या सदन का निर्माण, मुक्ति वैकुंठ धाम के विकास का कार्य भी पूरा हो जाएगा। वहीं फरवरी में अयोध्या के 7 वार्डों में 24 घंटे जलापूर्ति, सूर्यकुंड के पास आरओबी, मार्च में अयोध्या अकबरपुर मार्ग पर फतेहगंज आरओबी, अयोध्या बिल्हौरघाट 4 लेन सड़क, गुप्तार घाट का सौंदर्यीकरण, नया घाट से लक्ष्मण घाट तक पर्यटन सुविधाओं का विकास, अयोध्या सोलर सिटी का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। अप्रैल में अवध बस स्टैंड के पास आश्रय गृह का निर्माण, नाका बाइपास के पास कल्याण भवन का निर्माण, चार ऐतिहासिक प्रवेश द्वारों का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। जून में अयोध्या सीवरेज योजना का पार्ट वन पूरा कर लिया जाएगा। जुलाई में 473 करोड़ से पंचकोसी परिक्रमा मार्ग चौड़ीकरण कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। सितंबर में डॉ भीमराव अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर को पूरा कर लिया जाएगा। अक्टूबर में 1140 करोड़ से चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग का विस्तारीकरण पूरा कर लिया जाएगा। नवंबर-दिसंबर तक अयोध्या में जोनल अर्बन फैसिलिटेशन सेंटर का निर्माण, अयोध्या नगर निगम और अयोध्या विकास प्राधिकरण के विशाल भवनों का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा।
इसके साथ ही एनएच 27 में लखनऊ अयोध्या खंड का चौड़ीकरण और सुदृढ़िकरण का कार्य, ग्रीन फील्ड टाउनशिप परियोजना, वशिष्ठ कुंज आवासीय परियोजना, नगर निगम और विकास प्राधिकरण कार्यालय भवन, सीपेट केंद्र, गुप्तार घाट और राजघाट के बीच नये पक्के घाटों का निर्माण और पुराने घाटों का जीर्णोद्धार, राम की पैड़ी पर दर्शक दीर्घा, राम की पैड़ी से राजघाट तक और राजघाट से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक श्रद्धालु भ्रमण पथ का सुदृढ़िकरण और सौंदर्यीकरण का कार्य भी योगी सरकार द्वारा तेज गति से संपन्न कराया जा रहा है।