प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को केरल की पहली वंदेभारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया। यह ट्रेन तिरुवनंतपुरम और कासरगोड के बीच चलेगी। बता दें कि यह देश की 15वीं वंदेभरत ट्रेन है। हाल ही में पीएम मोदी ने कई राज्यों में वंदेभारत ट्रेन की सौगात दी है। केरल में उद्घाटन के बाद ही वंदेभारत को लेकर विवाद शुरू हो गया। दरअसल कांग्रेस सांसद वीके श्रीकंदन के पोस्टर ट्रेन पर चिपका दिए गए थे। भाजपा ने इसका विरोध किया तो विवाद शुरू हो गया।

तिरुवनंतपुरम से रवाना होने वाली वंदेभरत एक्सप्रेस का स्टॉपेज कोल्लम, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, शोरनूर, कोझिकोड. कन्नूर और अंत में कासरगोड में है। सांसद के समर्थकों ने इस ट्रेन पर पोस्टर लगा दिए थे। उन्होंने पोस्टर लगाकर सांसद को शोरानूर में ट्रेन का स्टॉरेज सुनिश्चित करवाने की बधाई दी थी। जब ट्रेन शोरानूर पहुंची तो श्रीकंदन और उनके समर्थक स्टेशन पर मौजूद थे। बाद में आरपीएफ ने वे पोस्टर हटा दिए।

इस घटना को लेकर  भाजपा की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई। केरल में भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कहा कि इस तरह से वंदेभारत एक्सप्रेस को विकृत करने के पीछे कुटिल राजनीतिक चाल है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, पलक्कड़ में वंदेभारत की खूबसूरती को बिगाड़ने का काम किया गया। ये अपराधी क्राउन प्रिंस के अनुयायी हैं। शर्म आनी चाहिए।

भाजपा नेता ने पलक्कड़ से लोकसभा सांसद के समर्थकों के इस काम को गंदी मानसिकता का नतीजा बताया। वहीं श्रीकंदन ने कहा है कि उनके समर्थकों ने पोस्टर लगाने से पहले उनसे पूछा नहीं था। उन्होंने कहा, यह मुद्दा बहुत ही छोटा है लेकिन भाजपा इस फालतू की बात को तूल देने की कोशिश कर रही है। बता दें कि 26 अप्रैल को यह ट्रेन कासरगोड से तिरुवनंतपुरम के लिए रवाना होगी और फिर 28 अप्रैल से नियमित सेवा देगी।

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