लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी अल्पसंख्यकों में अपनी पैठ बनाने की फिराक में लगी हुई है यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से अगले माह से बुनकर जोड़ो सम्मेलन शुरू किया जाएगा। केंद्र में सरकार बनाने के लिए उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों बहुत ही महत्वपूर्ण है यही कारण है कि यह मुहिम उत्तर प्रदेश में बड़े ही जोर शोर से किया जाएगा।कांग्रेस पार्टी की तरफ से पूरे देश के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी बुनकर जोड़ों सम्मेलन की शुरुआत की जाएगी ।इस सम्मेलन के माध्यम से कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी बुनकरों के बीच पहुंचेंगे और उनसे संवाद स्थापित करेंगे।साथ एचआईवीइस सम्मेलन के जरिए कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश की बड़ी तादाद में पसमांदा मुसलमानों को अपनी और रिझाने का प्रयास करेगी।
इस सम्मेलन के जरिए जहां एक तरफ बुनकरों से संवाद स्थापित किया जाएगा वहीं दूसरी तरफ उनकी समस्याओं को लेकर भी कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतरेगी। कांग्रेस पार्टी का यह मानना है कि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा बुनकरों के साथ अन्याय किया गया है और उन्हें सरकार बस वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल करने का काम कर रही है।
कांग्रेस पार्टी बुनकर जोड़ों सम्मेलन के जरिए अवध और पूर्वांचल में वोट बैंक बढ़ाने की कवायद शुरू करेगी। इस सम्मेलन में बुनकरो के पते और मोबाइल नंबर को भी इकटठा किया जाएगा। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की माने तो पार्टी के द्वारा इस अभियान को जुलाई माह में वाराणसी से शुरू किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव से पहले एक तरफ भारतीय जनता पार्टी भी उनको रोको अपनी और रिझाने के लिए बिजली की दरों में भारी छूट देने का काम कर रही है बीजेपी का यह मानना है कि पसमांदा मुसलमान बीजेपी के कोर वोटर हैं। तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के द्वारा शुरू किए जा रहे बुनकर सम्मेलन के जरिए कांग्रेस बीजेपी के 4 वोटर्स को अपनी और रिझाने का काम करेगी। कांग्रेस पार्टी का मानना है कि सरकार के दावे बड़े हैं लेकिन असल में बुनकरों को बस एक वोट बैंक के तौर पर ही इस्तेमाल किया जा रहा है।