लाल सागर में यमन के तट के पास एक पोत पर हमला हुआ है। निजी खुफिया कंपनियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पोत पर हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब गाजा पट्टी में जारी इजराइल-हमास युद्ध के कारण क्षेत्र में वाणिज्यिक नौवहन को नुकसान पहुंचाने को लेकर यमन के हूती विद्रोहियों ने धमकियां दी हैं।

हूती विद्रोहियों ने हमले की जिम्मेदारी अभी नहीं ली है, लेकिन विद्रोही सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने कहा कि आने वाले घंटों में उनकी ओर से एक महत्वपूर्ण घोषणा की जाएगी।

निजी खुफिया कंपनियों ‘अंब्रे’ और ‘ड्रायड ग्लोबल’ ने पुष्टि की कि हमला पूर्वी अफ्रीका को अरब प्रायद्वीप से अलग करने वाले महत्वपूर्ण ‘बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य’ के पास हुआ।

ड्रायड ग्लोबल कंपनी के मुताबिक, जिस पोत पर हमला हुआ है उसकी पहचान स्ट्रिंडा के रूप में हुई है।

यह एक नॉर्वे के स्वामित्व वाला और उसी के द्वारा संचालित पोत है।

पोत के प्रबंधकों ने इस घटना पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की।

तेल और रासायनिक पदार्थ के लदा पोत मलेशिया से आ रहा था और स्वेज नहर की ओर जा रहा था।

अमेरिकी और ब्रिटिश सेनाओं ने भी इस घटना पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है।

हालांकि, ब्रिटिश सेना के ‘यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस’ ने पहले यमन के मोखा में एक अज्ञात पोत में आग लगने की सूचना दी थी, जिसमें सवार सभी चालक दल सुरक्षित थे।

ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में पोतों पर कई हमले किए हैं और इजराइल को निशाना बनाते हुए ड्रोन और मिसाइलें भी दागी हैं।

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