एनआईए ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्यों की चार संपत्तियों का अटैच किया है, जांच एजेंसी के मुताबिक, इन संपत्तियों का इस्तेमाल आतंकी साजिश रचने और गंभीर अपराधों को अंजाम देने के लिए होता था। इसमें लारेंस विश्नोई गैंग के हिस्ट्रीशीटर विकास सिंह का भी नाम शामिल है। लखनऊ स्थित एक फ्लैट को एनआईए ने शनिवार को जब्त कर लिया।
गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के सहयोगी और अयोध्या के हिस्ट्रीशीटर विकास सिंह का लखनऊ स्थित एक फ्लैट राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को जब्त कर लिया। यह फ्लैट (नंबर 77/4) गोमती नगर विस्तार में सेक्टर एक स्थित आश्रय-1 आवास योजना में है। विकास सिंह ने यह फ्लैट वर्ष 2017 में खरीदा था, जो वर्तमान में किसी और के नाम है।
एनआईए ने विकास सिंह को जनवरी 2023 में गिरफ्तार किया था। इससे पहले उसने विकास के लखनऊ व अयोध्या स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी। अयोध्या जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र स्थित देवगढ़ गांव के विकास सिंह के घर छापे के दौरान एनआईएन ने लंबी पूछताछ भी की थी। बाद में विश्नोई गैंग के शूटरों को संरक्षण देने के मामले में उसे गिरफ्तार किया गया था, तभी से वह जेल में है। एनआईए उसके विरुद्ध दिल्ली की कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है।
एनआईए को पंजाब के गैंगस्टरों व खालिस्तानी आतंकियों से संबंधों की जानकारी मिलने के बाद इस मामले की पड़ताल शुरू की थी। पंजाब के मोहाली में इंटेलीजेंस मुख्यालय पर हमला करने वालों को आश्रय देने के लिए लॉरेंस विश्नोई गैंग ने विकास का इस्तेमाल किया था। जांच में पता चला कि गैंग के शूटर विकास के ठिकानों पर पनाह ले रहे थे। इससे पहले वर्ष 1995 में साकेत महाविद्यालय छात्रसंघ के तत्कालीन महामंत्री राम गोपाल मिश्रा उर्फ अन्ना की हत्या के बाद चर्चा में आए विकास पर महाराजगंज थाने में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। अन्ना की हत्या के बाद वह माफिया डान श्रीप्रकाश शुक्ला के भी संपर्क में रहा था।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights