अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ के पारा इलाके में बच्चों के लिए एक सरकारी पुनर्वास केंद्र में कथित तौर पर भोजन विषाक्तता के कारण कम से कम चार बच्चों की मौत हो गई 16 अन्य का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है। भोजन विषाक्तता की घटना 23 मार्च की रात को सामने आई, जब पुनर्वास केंद्र में भोजन खाने के बाद लगभग 20 बच्चे बीमार हो गए।
लखनऊ पुनर्वास केंद्र में चार बच्चों की मौत
लखनऊ के पैरा इलाके में स्थित एक सरकारी पुनर्वास केंद्र में कथित तौर पर विषाक्त भोजन करने से चार बच्चों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य बीमार हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इस केंद्र के करीब 20 बच्चे मंगलवार शाम अचानक बीमार पड़ गए जिन्हें लोक बंधु राज नारायण संयुक्त अस्पताल ले जाया गया।
12 से अधिक की तबीयत बिगड़ी
लखनऊ के जिलाधिकारी विशाख जी. ने बताया, ‘‘इस आश्रय गृह की दो लड़कियों और दो लड़कों समेत कुल चार बच्चों की मौत हुई है। इनकी उम्र 12 से 17 वर्ष के बीच है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और इनके विसरा संरक्षित रखे जाएंगे।’’
बच्चे मानसिक रूप से कमजोर
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजीव कुमार दीक्षित ने बृहस्पतिवार को बताया, ‘‘पुनर्वास केंद्र से करीब 20 बच्चे मंगलवार शाम इस अस्पताल में लाए गए। ये सभी बच्चे मानसिक रूप से कमजोर हैं। सभी प्रयासों के बावजूद दो बच्चों की मौत हो गई।’’ डॉ. दीक्षित ने कहा कि गंभीर रूप से बीमार दो बच्चों को एक दूसरे सरकारी अस्पताल के लिए रेफर किया गया है और शेष 16 बच्चों की हालत में सुधार हो रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि विभिन्न अस्पतालों में भर्ती बच्चों के अलावा, शेष बच्चों के स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए एक मेडिकल टीम भी आश्रय गृह भेजी गई है।
घटना को लेकर लखनऊ के जिलाधिकारी ने एक कमेटी बनाई
उन्होंने कहा, “आश्रय गृह में करीब सात बच्चों को चिकित्सक की देखरेख में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम आश्रय गृह में बच्चों पर नजर रख रही है।” इस घटना को लेकर लखनऊ के जिलाधिकारी ने एक कमेटी बनाई है और स्वास्थ्य विभाग तथा खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी पीड़ित बच्चों से पूछताछ के लिए अस्पताल पहुंचे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुनर्वास केंद्र से जांच के लिए खाद्य नमूने लिए गए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। जिला परिवीक्षा अधिकारी विकास सिंह ने इस बात की पुष्टि की कि इस केंद्र में 147 बच्चे हैं जिनमें बेसहारा और मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्चे शामिल हैं।
जांच जारी है
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, खिचड़ी और दही खाने के बाद बच्चे बीमार पड़ गए। प्रथम दृष्टया, केंद्र की ओर से लापरवाही के कारण अनाथ बच्चों की दुखद मौत हुई, जबकि कई अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद स्थानीय अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने कहा है कि गहन जांच चल रही है और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लखनऊ के जिला मजिस्ट्रेट ने कथित खाद्य विषाक्तता के कारण का पता लगाने के लिए एक समिति बनाई है। स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रभावित बच्चों से पूछताछ करने के लिए अस्पताल का दौरा किया।