लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के लोग अपनी सरकार से “वंचित” हैं और दावा किया कि मौजूदा सरकार ने धारावी को अडानी को “सौंप दिया”। महाराष्ट्र के नांदेड़ में गुरुवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘महाराष्ट्र में लोगों को उनकी सरकार से वंचित किया गया। सरकार गिराने के लिए आयोजित बैठक में अडानी मौजूद थे। आखिर अडानी उस राजनीतिक बैठक में क्यों बैठे थे? वे वहां इसलिए बैठे थे क्योंकि उन्हें धारावी चाहिए था।’
फिर इस सरकार ने धारावी को अडानी को सौंप दिया।” उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में बेरोजगारी है, कीमतें बढ़ रही हैं, अडानी, अंबानी को इससे कोई नुकसान नहीं हो रहा है, उनकी संपत्ति बढ़ रही है। उन्हें हवाई अड्डे, बंदरगाह, सड़कें मिलीं और अब उन्हें धारावी मिल रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नुकसान आपका (स्थानीय लोगों का) है, नुकसान सोयाबीन किसानों का है, श्रमिकों का है, बेरोजगार युवाओं का है।’’
गांधी ने मणिपुर की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तक मणिपुर का दौरा नहीं कर पाए हैं। वह हर किसी को लड़ाते रहते हैं और हर किसी को बांटते रहते हैं।” अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की तुलना करते हुए उन्होंने कहा, “हमने 4000 किलोमीटर की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की। हमें इसकी क्या जरूरत थी? इस यात्रा में नारा दिया गया था: हमें नफरत के बाजार में प्यार की दुकान खोलनी है। लेकिन वे (भाजपा) जहां भी जाते हैं, नफरत फैलाते हैं। वे एक राज्य को दूसरे से लड़वाते हैं। मणिपुर को देखिए – आज वहां क्या स्थिति है?”
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने मुंबई के शिवाजी पार्क में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) राज्य में लोगों को बांटने पर केंद्रित हैं। उन्होंने कहा, “आजादी के बाद दशकों तक केंद्र में और यहां भी दशकों तक कांग्रेस की सरकार रही। लेकिन उन्होंने मुंबई के लिए कोई भविष्य की योजना बनाने की जहमत नहीं उठाई। इसका नतीजा यह हुआ कि मुंबई लगातार पिछड़ती चली गई। कांग्रेस का चरित्र मुंबई के चरित्र के ठीक उलट है। मुंबई का चरित्र ईमानदारी और कड़ी मेहनत है। मुंबई का चरित्र आगे बढ़ने की ललक है। लेकिन कांग्रेस का चरित्र भ्रष्टाचार है। कांग्रेस का चरित्र देश को पीछे धकेलना है। कांग्रेस का चरित्र विकास में बाधा उत्पन्न करना है।” 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी।