राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान मंगलवार को गुवाहाटी में जमकर हंगामा हुआ

राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ (Bharat Jodo Nyay Yatra) को मंगलवार को गुवाहाटी में प्रवेश करने से रोक दिया गया, जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और अवरोधक तोड़ दिए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान नारे भी लगाए।

गांधी ने शहर के बाहरी इलाके में पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ”हमने अवरोधक तोड़े हैं लेकिन कानून नहीं तोड़ेंगे।” यात्रा को शहर की सीमा में प्रवेश करने से रोकने के लिए दो स्थानों पर अवरोधक लगाए गये थे। पुलिस को कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए बल प्रयोग भी करना पड़ा। इससे पहले राहुल के गुवाहाटी में प्रवेश करने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। कांग्रेस नेता ने रास्ते में विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों को संबोधित भी किया। समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे।पी। नड्डा ने भी यही रास्ता चुना था लेकिन उन्हें (राहुल को) यहां यात्रा करने की अनुमति नहीं दी गई।

राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को बताया ‘बब्बर शेर’

राहुल ने अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों को ‘बब्बर शेर’ कहते हुए कहा, ”आपको यह नहीं सोचना चाहिए कि हम कमजोर हैं। हमने अवरोधक तोड़े हैं।” उन्होंने कहा, ”उन्होंने विश्वविद्यालय में मेरा कार्यक्रम रद्द कर दिया। मेरा कार्यक्रम रद्द कर दिया गया लेकिन विद्यार्थियों ने मुझे विश्वविद्यालय के बाहर सुना।”

राहुल ने कहा, ”कांग्रेस कार्यकर्ता किसी से नहीं डरते। हम जल्द ही असम में भाजपा को हराएंगे और कांग्रेस की सरकार बनाएंगे।” उन्होंने अच्छा काम करने के लिए पुलिस की भी सराहना की। राहुल ने कहा, ”हम जानते हैं कि पुलिस अधिकारियों ने अच्छा काम किया और आदेशों का पालन किया। एक व्यक्ति आया और बस (यात्रा) के आगे लेट गया। हम आपके खिलाफ नहीं हैं। हम उस मुख्यमंत्री के खिलाफ हैं, जो सबसे भ्रष्ट है। हमारी लड़ाई उनसे हैं।”

राहुल ने कहा कि पुलिसकर्मी भी उनके भाषण पर तालियां बजा रहे हैं लेकिन उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रभारी जितेंद्र सिंह ने कहा, ”अवरोधकों को तोड़कर हमने जीत हासिल की है।” बाद में राहुल निर्धारित मार्ग से रिंग रोड पर आगे बढ़े।

मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने पूर्व में कहा था कि सड़कों पर जाम की स्थिति से बचने के लिए यात्रा को शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। सोमवार को मेघालय में प्रवेश करने के बाद इस हिस्से में यात्रा अपने अंतिम चरण के लिए असम लौटी और राज्य के सबसे बड़े शहर गुवाहाटी के बाहरी इलाके से होकर गुजरेगी। असम में यात्रा बृहस्पतिवार तक रहेगी।

कांग्रेस ने यात्रा के दौरान हमलों की न्यायिक जांच के लिए राज्यपाल से आग्रह किया

असम विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देबब्रत सैकिया ने कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेन बोरा पर कथित हमले और ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान कथित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं की बदसलूकी को लेकर राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से न्यायिक जांच का आदेश देने का आग्रह किया।

राज्यपाल को दिए ज्ञापन में सैकिया ने आरोप लगाया कि हिमंत विश्व शर्मा नीत मौजूदा राज्य सरकार गंभीर प्रशासनिक बाधाएं उत्पन्न कर रही है और ‘‘हमारे खिलाफ बल व हमारे वरिष्ठ नेताओं पर आपराधिक हमलों के जरिए शांतिपूर्ण ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को बाधित करने के लिए गुंडों का सहारा ले रही है।’’

उन्होंने कहा कि रविवार को यात्रा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश के वाहन को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थकों ने जबरदस्ती रोका और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा समर्थकों ने कांग्रेस नेता की कार पर लगे स्टिकर भी फाड़ दिए।

सैकिया ने कहा कि इसके बाद जमुगुरीहाट में भाजपा समर्थकों ने बोरा पर हमला किया, जिससे उनकी नाक से खून निकलने लगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लगभग 20 से 25 उपद्रवियों ने राहुल गांधी को भी निशाना बनाया और कई जगहों पर संवाददाताओं को भी नहीं बख्शा गया।

नाजिरा से कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी दूर से ही मूकदर्शक बने सब कुछ देखते रहे।

कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने पुलिस महानिदेशक से भी मामले की शिकायत की थी और उन्होंने ट्वीट कर यात्रा के दौरान हर तरह की सुरक्षा की व्यवस्था की बात कही थी।

सैकिया ने कहा, ”हालांकि, यह सरासर झूठ है क्योंकि जमीनी स्तर पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं देखी गई।”

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