जनेश्वर मिश्र के पुण्यतिथि पर मऊ जनपद के सपा कार्यालय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां पर सपा नेताओं ने जनेश्वर मिश्र को याद करते हुए उनको श्रद्धांजलि अर्पित किया । साथ ही उनके समाजवादी विचारधारा पर चर्चा, परिचर्चा किया । वहीं जनेश्वर मिश्र को याद करते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व प्रवक्ता राजीव राय ने बताया कि हम सबके अभिभावक गुरु स्वर्गीय जनेश्वर मिश्रा जी के पुण्यतिथि है । इस मौके पर समाजवादी पार्टी के सभी कार्यकर्ता उनको श्रद्धांजलि देने उनके विचारों को याद करके आने वाले समय में राजनीति की दिशा और दशा बदलने का प्रण लेने आए हैं.
भाजपा के द्वारा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने के सवाल पर राजीव राय ने बताया कि भगवान राम ना कहीं गए थे और ना कहीं से आना है । राम ने सृष्टि की रचना की, राम ने आदर्श सिखाए भगवान राम का आदर्श यह था कि अपने आदर्शों के लिए राजपाट त्याग दिया। आजकल लोग राज पाठ के लिए आदर्श त्याग देते हैं। सिर्फ भाषण देने से राजनीति नहीं बदलेगी । सिर्फ भजन गाने से धार्मिक नहीं हो जाएंगे ।
मर्यादा पुरुषोत्तम राम के बताए हुए रास्ते पर चलकर आचरण को स्वीकार करें। मर्यादा पुरुषोत्तम राम में कोई छुआछूत नहीं था। ऊंच-नीच नहीं था उनकी सेवा में कौन-कौन से लोग थे सेवा में उन्होंने हमेशा बराबरी करी। तो समाजवाद और रामराज एक दूसरे से जुड़ते हैं। समाजवाद तब तक पूरा नहीं होगा जब तक रामराज नहीं आएगा । धर्म के नाम पर नफरत फैलाना धर्म को वोट के लिए इस्तेमाल करना मर्यादा पुरुषोत्तम राम का भी अपमान है।
वहीं राहुल गांधी को मंदिर में जाने से रोके जाने पर राजीव राय ने कहा कि कौन सा हिंदू सनातनी धार्मिक होगा जो किसी को मंदिर में जाने से रोक दें। हम सभी को मंदिर में जाने से ना किसी को निमंत्रण की जरूरत है ना किसी की परमिशन की जरूरत है। जो लोग मंदिर में पूजा करने वाले लोग को रोकते हैं। उनको आत्म चिंतन करने की जरूरत है। हिंदू धर्म को बढ़ा रहे हैं या घट रहे हैं। मैं भगवान राम से बोलूंगा कि उनको भी सद्बुद्धि दें। जो भाषणों में इस्तेमाल करकर वोट बैंक समझ रहे हैं।