राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र एवं गुजरात के स्थापना दिवस पर दोनों राज्यों के लोगों को बधाई दी और उम्मीद जताई कि दोनों राज्य भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे।

गुजरात एवं महाराष्ट्र की स्थापना एक मई, 1960 को भाषाई आधार पर तत्कालीन बंबई राज्य के विभाजन के बाद हुई थी। राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया मंच पर अपने संदेश में कहा, ‘‘गुजरात राज्य के स्थापना दिवस पर मैं सभी देशवासियों, विशेषकर देश-विदेश में रह रहे गुजराती भाई-बहनों को हार्दिक बधाई देती हूं।’’

उन्होंने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा, ‘‘विश्व को शांति एवं अहिंसा का संदेश देने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत को एकता के सूत्र में बांधने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे सपूतों की इस धरती ने सदैव मानवता को राह दिखाई है।’’ उन्होंने कहा कि गुजरात के लोगों ने अपनी प्रतिभा, लगन और मेहनत के बल पर विश्व भर में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाई है।

मुर्मू ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि गुजरात प्रगति के नए मानक स्थापित करेगा और भारत को विश्व-शक्ति बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।’’ एक अन्य पोस्ट में राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र के लोगों को उनके राज्य के स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं दीं।

मुर्मू ने पोस्ट में कहा, ‘‘महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर मैं सभी राज्यवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। छत्रपति शिवाजी महाराज की इस धरती के लोगों में राष्ट्र-प्रेम की भावना और अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करने का साहस सदा विद्यमान रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘महात्मा फुले, सावित्री बाई फुले और महादेव गोविंद रानाडे से लेकर बाल गंगाधर तिलक, गोपालकृष्ण गोखले तथा बाबा साहब आंबेडकर जैसी महान विभूतियों ने समाज को नयी दिशा दी है।’’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र की भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। मैं इस राज्य और यहां के निवासियों के सुख-समृद्धि की मंगलकामना करती हूं।

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