अयोध्या में बन रहे भव्य और दिव्य राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तेजी से तैयारियां चल रही है। समारोह को लेकर सभी कार्य किए जा रहे है। इसी बीच मंदिर के मुख्य द्वार पर हाथियों, शेरों, भगवान हनुमान और ‘गरुड़’ की अलंकृत मूर्तियां स्थापित की गई हैं। ये मूर्तियाँ राजस्थान के बंसी पहाड़पुर क्षेत्र से प्राप्त बलुआ पत्थर का उपयोग करके बनाई गई हैं। मंदिर ट्रस्ट द्वारा इसकी जानकारी दी गई है।
मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पूर्व में कहा था, “मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से और निकास दक्षिण दिशा से होगा। संपूर्ण मंदिर अधिरचना अंततः तीन मंजिला होगी होगी।” मुख्य मंदिर तक पहुंचने के लिए पर्यटक पूर्वी दिशा से 32 सीढ़ियां चढ़ेंगे। मंदिर ट्रस्ट के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राम मंदिर की ओर जाने वाले मुख्य द्वार पर मूर्तियां स्थापित की गईं। इन मूर्तियों को मंदिर की ओर जाने वाली सीढ़ियों के दोनों ओर लगाए गए स्तरीय फलकों पर स्थापित किया गया है।
ट्रस्ट द्वारा साझा की गई तस्वीरों के अनुसार, निचले फलक पर हाथी की एक मूर्ति है, दूसरे स्तर पर शेर की एक मूर्ति है और सबसे ऊपर वाले फलक पर भगवान हनुमान की मूर्ति एक तरफ है, जबकि दूसरी तरफ ‘गरुड़’ की मूर्ति है। पारंपरिक नागर शैली में निर्मित मंदिर परिसर 380 फीट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा होगा। मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची होगी और इसमें कुल 392 खंभे और 44 द्वार होंगे।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह होगा। इस समारोह को भव्य और संपूर्ण वातावरण राममय बनाने की तैयारियां की जा रही है। इसी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। जिसके बाद विभाग ने कार्य योजना तैयार की है। इसके मुताबिक, अब बसों में सिर्फ राम भजन बजाया जाएगा और ड्राइवर बीड़ी-गुटखा का सेवन नहीं कर सकते।