सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद यूपी नगर निकाय चुनाव की तैयारियां तेज हो गईं हैं. जिसे लेकर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बयान सामने आया है. मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी (BJP) ने जनता से जो वादा किया था कि 27 फीसदी आरक्षण दिए बिना चुनाव नहीं कराएंगे उसी के तहत ओबीसी कमीशन गठित हुआ और सर्वोच्च अदालत द्वारा उस पर फैसला दिया गया. हम उसका स्वागत करते हैं.
केशव मौर्य ने कहा कि सपा ओबीसी की हितैषी बनती है, लेकिन कैसे ओबीसी को उसका हक ना मिल पाए और सरकार पर आरोप लगाने की जो गहरी साजिश सपा ने की थी उसका पर्दाफाश हो गया और उनकी साजिश सामने आ गई है. उन्होंने कहा कि अब ओबीसी आरक्षण के साथ निकाय चुनाव होंगे. बीजेपी की बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक मजबूत तैयारी है. चाहे नगर निगम के चुनाव नगर पालिका के चुनाव हो हर सीट पर शानदार जीत बीजेपी को मिलेगी.
डिप्टी सीएम ने कहा कि जब भी कोई चुनाव होता है तो उसे सेमीफाइनल बना दिया जाता है, लेकिन हमारे लिए हर चुनाव फाइनल चुनाव होता है. नगर निकाय के चुनाव में भारी अंतर से जीतने की तैयारी कर रहे हैं और परिणाम भी हमें अच्छा मिलेगा. लोकसभा को लेकर हम पहले ही कह चुके हैं कि 80 में से 80 यानी 100 परसेंट वोट में से 60 फ़ीसदी वोट हमारा है और बंटवारे में भी हमारा और अब यादव भी हमारा है. जनता खूब समझती है अखिलेश यादव खाता भी नहीं खोल पाने की स्थिति में हैं, जो प्रधानमंत्री पद के दावेदार हैं वह अपने राज्य में ही अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है.
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बीजेपी ने जो शानदार काम किए देश की जनता उस तिथि की प्रतीक्षा कर रही है कि वह कब मतदान केंद्र पर जाएंगे और कमल की बटन दबाकर फिर से मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाएंगे. जनता प्रतीक्षा कर रही है. बीजेपी तो तैयारी कर ही रही है जनता जनार्दन भी मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए तैयार है.
इस दौरान जब केशव मौर्य से शूद्र वाले बयान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वो बड़े लोग हैं, किसी को कुछ भी कह सकते हैं, जो विशेषाधिकार भगवान की कृपा या जनता के आशीर्वाद से उन्हें प्राप्त हो चुका है अब सारी बयानबाजी का जो फैसला है वो जनता की अदालत में होगा.
सारस को लेकर अखिलेश यादव के ट्वीट पर जवाब देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार की कोई विद्वेष पूर्ण भावना नहीं है. हम तो जीव मात्र में भी जो हमारे संस्कार हैं हम चींटी को भी आटा खिलाते हैं, हम नागराज जो डसते हैं उनको भी दूध पिलाते हैं, वृक्ष में जल चढ़ाते हैं, सूर्य देव को जल अर्पित करते हैं, यह भाव उनका हो सकते हैं. जिनके पास कोई मुद्दा नहीं होता वह इस प्रकार की बातें करते हैं. कोई पक्षी जो मुक्त गगन में उड़ने वाला है उसे कोई बंधक बनाकर ना रखा जाए. ऐसी अपेक्षा और कानून व्यवस्था भी है, लेकिन जब एक राजनीतिक दल के पास कोई मुद्दा नहीं होता तो इस तरह की बात करते हैं.
वहीं कर्नाटक चुनाव को लेकर केशव मौर्य ने कहा कि जहां चुनाव हो रहे हैं, वहां हम वापस आ रहे हैं. एक थोड़े मार्जिन से हिमाचल चला गया, जहां चुनाव वहां कमल, जहां भाजपा वहां भाजपा, फिर भाजपा. यूपी, असम, गोवा इसका उदाहरण है बीजेपी को अच्छा काम करने के कारण जनता का आशीर्वाद मिलता है.