उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चिनहट थाने में हिरासत के दौरान युवक की मौत का मामला तूल पकड़ने लगा है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सीधा जिम्मेदार बताया है। वहीं मृतक मोहित के भाई शोभाराम ने कहा कि पुलिस ने उसके भाई को तड़पाकर मारा है। अब मृतक युवक के परिजन चिनहट कोतवाल एवं अन्य आरोपियों के खिलाफ एफआईआर की मांग कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया एकाउंट पर मामले को हवा देने की कोशिश की है।
आपको बता दें कि राजधानी लखनऊ में पुलिस ने शुक्रवार रात दो सगे भाइयों को घर से उठाया था। शनिवार की सुबह हिरासत में एक की मौत हो गई। हवालात में साथ बंद दूसरे भाई ने हकीकत बताई। कहा कि भाई प्यासा था। वह पानी मांग रहा था। लेकिन, किसी उसे पानी तक नहीं पिलाया। उसे टॉर्चर किया गया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह तड़पकर उसकी जान निकली होगी। मामला चिनहट थाना क्षेत्र के देवा रोड स्थित अपट्रान इलाके का है। यहां से शुक्रवार रात पुलिस दो भाइयों मोहित पांडेय और शोभाराम पांडेय को झगड़े के एक मामले में घर से उठाकर ले गई थी। शनिवार को मोहित पांडेय (32) की मौत हो गई।
भाई की मौत के बाद पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। पुलिस ने दूसरे भाई को तत्काल छोड़ दिया। खबर मिली तो रोते बिलखते घरवाले पहुंचे। घरवालों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाकर सड़क पर हंगामा करना शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस दौरान आक्रोशित लोगों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की भी हुई। इसका वीडियो भी सामने आया है।
भाई शोभाराम पांडेय ने बताया कि हवालात में रात को भाई की तबीयत खराब हो गई। हमने दरवाजा खोलने के लिए कहा तो पुलिसवालों ने गाली दी। लेकिन, दरवाजा नहीं खोला। अंदर बहुत अधिक गंदगी थी। भाई का पेट दर्द हो रहा था। उसे लैट्रिन जाना था। फिर भी किसी ने दरवाजा नहीं खोला। हम चीखते रहे, लेकिन दरवाजा नहीं खोला।
मृतक के भाई ने बताया कि लॉकअप में भाई ने बताया था कि उसे पीटा गया है। काफी टॉर्चर किया गया है। इसे प्यास लगा थी। वह पानी मांग रहा था। लेकिन, किसी ने उसे पानी नहीं पिलाया। इसके बाद तड़पकर हमारे की भाई की मौत हो गई।