मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष ने मंगलवार 8 अगस्त को संसद में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। इस प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री नारायण राणे बोलते समय अपना आपा खो बैठे।
दरअसल, हुआ कुछ यूं कि सांसद अरविंद सावंत ने जैसे ही सांसद श्रीकांत शिंदे को तीखा जवाब दिया तो केंद्रीय मंत्री नारायण राणे शिंदे गुट के पक्ष में आ गए और चिल्लाते हुए अरविद सावंत को चेतावनी दे दी।
नारायण राणे ने चिल्लाते हुए कहा, ‘अरे बैठ, नीचे बैठ…’ हमारे प्रधानमंत्री के ऊपर बोलने का कोई अधिकारी नहीं है ‘औकात’ नहीं है। अगर कोई पीएम मोदी और अमित शाह पर उंगली उठाएगा तो तुम्हारी मैं औकात निकालूंगा। नारायण राणे के लोकसभा का ये वीडियो वायरल हो गया। संसद में इस तहत के वाक्यों का प्रयोग कर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे विपक्ष के निशाने पर आ गए है।
इस वीडियो को शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, आम आदमी पार्टी समेत कई राजनीतिक पार्टियों ने ट्वीट करते हुए नारायण रणे पर तीखा हमला बोला है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा,
‘यह आदमी एक मंत्री है। यहां वह इस सरकार के मानक को प्रदर्शित करता हुआ दिखाई दे रहा है और यह कितना नीचे जा सकता है।’
वहीं, दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने भी इस वीडियो को ट्वीट करते हुए कहा,
‘पीएम मोदी के मंत्री ने सड़क के गुंडे की भाषा का इस्तेमाल करते हुए संसद के अंदर धमकी दी और बच भी गए, जबकि विपक्षी सांसदों को “मोदी सरकार से सवाल पूछने” के लिए निलंबित कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नारायण राणे ने संसद में अपने भाषणा में कहा, ‘अविश्वास प्रस्ताव पर शिवसेना (यूबीटी) के अरविंद सावंत का भाषण सुनकर मुझे लगा कि मैं दिल्ली में नहीं महाराष्ट्र विधानसभा में बैठा हूं। उन्होंने आगे कहा कि जिस हिंदुत्व के बारे में वह कहते हैं कि उन्हें गर्व है तो 2019 में वह कहां था जब सत्ता पाने के लिए बीजेपी को धोखा देकर शरद पवार के पास चल गए थे।’