भाजपा नीत एनडीए संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। राष्ट्रपति भवन में शाम 7.15 बजे आयोजित एक सादे समारोह में मोदी 50 से 55 मंत्रियों के साथ शपथ ले सकते हैं। इसमें दो दर्जन कैबिनेट मंत्री होंगे, अन्य स्वतंत्र प्रभार और राज्य मंत्री हो सकते हैं। मोदी के नेतृत्व में गठित होने वाली एनडीए सरकार में जातीय, क्षेत्रीय, सामाजिक संतुलन स्थापित करने वाला मंत्रिपरिषद होगा। योग्यता को भरपूर तवज्जो मिलेगी। मंत्रियों के चयन में उनके अनुभव और शिक्षा दीक्षा का भी रखा जा रहा है ख्याल। यह मंत्रिमंडल उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम को साधने वाला होगा। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) में शामिल गृह, वित्त, रक्षा और विदेश मंत्रालय अपने पास रखेगी।
मंत्री पद की रेस में शामिल नवनिर्वाचित सांसदों के मोबाइल की घंटी शनिवार देर रात तक उनकी धड़कन बढ़ाते रहे। चौकस नए सांसदों ने मोबाइल सहयोगियों की जगह अपने पास ही रखा। हर अनजान नंबर से आने वाली घंटी उनके दिल की धड़कन बढ़ा जाती थी। क्योंकि, जिन्हें मंत्री बनाया जाना है, उन्हें पीएम मोदी अपने आवास पर चाय के लिए आमंत्रित करेंगे।
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के तुरंत बाद ही बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी नवनिर्वाचित सांसदों से पांच पन्नों में अपनी प्रोफाइल भेजने को कहा था। जिसमें शिक्षा से लेकर पूर्व में राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में योगदान और पेशा आदि का ब्योरा मांगा गया था। बीजेपी के तीन राष्ट्रीय महा सचिवों ने सांसदों की प्रोफाइल की 360 डिग्री जांच कर नेतृत्व को एक लिस्ट भेजी है। मंत्रियों के चयन में यह लिस्ट काफी निर्णायक बताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, टीडीपी को एक कैबिनेट, दो राज्यमंत्री मिल सकते हैं। जेडीयू को एक कैबिनेट एक राज्यमंत्री मिल सकता है। शिवसेना, एलजेपी, आरएलडी और एनसीपी का एक-एक मंत्री सरकार में शामिल हो सकता है। शनिवार को लगभग बातचीत फाइनल हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश से राजनाथ सिंह, जितिन प्रसाद, एसपी सिंह बघेल और पंकज चौधरी तो मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया, शिवराज सिंह चौहान, गणेश सिंह, बीडी शर्मा रेस में है। महाराष्ट्र से नितिन गडकरी, पीयूष गोयल और नारायण राणे, हरियाणा से राव इंद्रजीत, कृष्णपाल गुर्जर और मनोहर लाल खट्टर, राजस्थान से अर्जुन मेघवाल, भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह, ओडिशा से धर्मेंद्र प्रधान, संबित पात्रा, वैजयंत पांडा, अपराजिता सारंगी और गुजरात से सीआर पाटिल रेस में हैं।
कर्नाटक से प्रहलाद जोशी, शोभा करंदलाजे, पीसी मोहन तेलंगाना से संजय बंडी या जी किशन रेड्डी, केरल से सुरेश गोपी, तमिलनाडु से अन्नामलै, त्रिपुरा से विप्लव देब, असम से सर्वानंद सोनोवाल भी मंत्री बनाए जाने की रेस में शामिल हैं।
जेडीएस से कुमारस्वामी और एलजेपी से चिराग पासवान का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। टीडीपी से राम मोहन नायडू और के रविंद्रन रेस में हैं तो अपना दल से अनुप्रिया पटेल को फिर से मौका मिल सकता है। एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल या तटकरे दावेदार है। जेडीयू से लल्लन सिंह, संजय झा, रामनाथ ठाकुर में से किसी एक को मौका मिल सकता है। शिवसेना से प्रताप राव जाधव के नाम की भी चर्चा है।