उत्तर प्रदेश के मेरठ में सौरभ कुमार हत्याकांड में पुलिस ने आरोपी पत्नी मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला से की गई पूछताछ के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। सौरभ के परिजनों का आरोप है कि मुस्कान के माता-पिता का यह कहना कि उन्हें घटना के बारे में पहले से कुछ नहीं पता था, पूरी तरह गलत है।
‘पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं मुस्कान के माता-पिता’
सौरभ की मां, रेणु देवी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मुस्कान के माता-पिता पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। हकीकत यह है कि मुस्कान की मां को इस अपराध के बारे में पहले से ही जानकारी थी। कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए ही वे पुलिस थाने गए थे।”
‘पापा ड्रम में हैं…’, पड़ोसियों से बोल रही थी बच्ची
रेणु देवी ने यह भी दावा किया कि सौरभ की छह साल की बेटी को उसके पिता की हत्या के बारे में जानकारी थी। उन्होंने कहा, “हमें कुछ लोगों से पता चला है कि बच्ची कह रही थी, ‘पापा ड्रम में हैं।'” हालांकि, इस मामले में पुलिस अधीक्षक (नगर) आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि इस बारे में बच्ची को जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा, “यह संभव है कि परिवार वालों ने बच्ची को इस बारे में बताया हो या जब मुस्कान घटना की कहानी बता रही थी, तब बच्ची वहां मौजूद थी।”
पिछले साल नवंबर से ही पति की हत्या की साजिश रच रही थी पत्नी
पुलिस ने कहा कि मुस्कान और साहिल को रिमांड पर लेने के लिए अदालत में आवेदन किया जाएगा। पुलिस के अनुसार, मुस्कान ने बताया कि वह पिछले साल नवंबर से ही अपने पति सौरभ की हत्या की साजिश रच रही थी।
साहिल की अंधविश्वास और मुस्कान की साजिश
इस मामले में एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि साहिल शुक्ला अंधविश्वासी था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साहिल की मां का निधन हो चुका था और इसका फायदा उठाते हुए मुस्कान ने अपने भाई के नाम से ‘स्नैपचैट’ की एक फर्जी आईडी बनाई। इस आईडी के माध्यम से मुस्कान ने साहिल से कहा कि उसकी मृत मां अवतरित हुई थी और उसे सौरभ की हत्या करने के लिए कहा। सिंह ने कहा, “मुस्कान ने साहिल को यह विश्वास दिलाया कि वह साहिल की मां से बात कर सकती है।”
मुर्गा काटने के बहाने से खरीदे थे चाकू और बेहोशी की दवाई
इसके बाद, मुस्कान ने अपने दोस्तों से ऐसी जगह के बारे में पूछा, जहां पूजा के बाद शव को दबाया जा सके। मुस्कान का प्लान था कि वह हत्या के बाद शव को किसी जगह में गाड़ सके। सिंह ने बताया कि जब मुस्कान को यह पता चला कि सौरभ फरवरी में घर लौटने वाला है, तो उसने मुर्गा काटने के बहाने चाकू खरीदे और बेहोशी की दवाई खरीदी। इस तरह उसने सौरभ की हत्या को अंजाम दिया। पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि मुस्कान को यह भरोसा था कि सौरभ की हत्या के बाद उसके परिवार वाले पूछताछ नहीं करेंगे, क्योंकि सौरभ पिछले दो साल से बाहर रह रहा था।
