मेरठ में शराब की दुकान पर शराब की बोतल खरीद रहे युवकों को ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने कार साइड में लगाने को कहा तो युवकों ने मारपीट कर दी। कार सवार युवकों ने ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ अभद्रता करते हुए मारपीट कर दी। आसपास के लोगों ने किसी तरह से ट्रैफिक पुलिसकर्मी को युवकों के चंगुल से छुटाया।
घटना थाना टीपीनगर क्षेत्र में रात की है। एक कार ट्रांसपोर्टनगर गेट के पास अंग्रेजी शराब के ठेके के पास रुकी। कार से तीन युवक निकले और ठेके पर शराब खरीदने चले गए। एक युवक कार में ही बैठा था। इसी दौरान ड्यूटी दे रहे ट्रैफिक पुलिसकर्मी अजय ने कार चालक को गाड़ी रास्ते से हटाकर साइड में लगाने के लिए कहा। इस पर कार में बैठे युवक और ट्रैफिक पुलिसकर्मी के बीच बहस हो गई। इसी बीच तीनों युवक शराब लेकर कार के पास पहुंच गए। युवकों ने ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ धक्कामुक्की और मारपीट कर दी।
ट्रैफिक पुलिसकर्मी से मारपीट होती देख आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। इसी बीच इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को दे दी गई। कुछ देर में डायल 112 और टीपीनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने चारों युवकों को हिरासत में ले लिया और थाने ले गई। ट्रैफिक पुलिसकर्मी अजय ने थाने पर चारों युवकों के खिलाफ थाने में डयूटी के दौरान मारपीट और सरकारी काम में बाधा डालने की तहरीर दी। मारपीट के आरोपियों की पहचान माधवपुरम निवासी कृष्ण पाल, नीरज, हनी और फरमान के रूप में हुई। चारों युवकों ने थाने में ट्रैफिक पुलिसकर्मी से मांफी मांगी।
इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कार सड़क से हटाने को लेकर ट्रैफिक पुलिसकर्मी और युवकों में कहासुनी हो गई थी। मारपीट की बात गलत है। आरोपी युवकों का शांतिभंग में चालान किया गया है। आरोपियों के परिजन भी थाने पहुंच गए थे। परिजनों ने ट्रैफिक पुलिसकर्मी से अपने बच्चों द्वारा किए गए व्यवहार के लिए खेद जताया। बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया।