नगर आयुक्त का यह आदेश उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ को रास नहीं आया। संघ के जिलाध्यक्ष अशोक प्याल के नेतृत्व में आज एक शिष्टमंडल महापौर बिहारी लाल आर्य से मिला और बताया कि नियमानुसार सेवा प्रदाता के माध्यम से 28 आउटसोर्सिंग सफाई श्रमिकों को जॉइनिंग के बाद हटाने का कोई औचित्य नहीं है।
इसके लिए उन्होंने कुछ सभासदों पर माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी थी कि अगर 28 सफाई कर्मचारियों को तत्काल जॉइनिंग न करायी गयी तो 11 अक्टूबर को धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। महापौर ने अपर नगर आयुक्त एवं नगर स्वास्थ्य अधिकारी की उपस्थिति में मोबाइल फोन पर नगर आयुक्त से बात की तथा 28 आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों को तत्काल सेवा में लेने का आदेश दिया। उन्होंने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की वेतन वृद्धि शासनादेश के अनुसार कराने का भी आश्वासन दिया। इस पर सफाई मजदूर संघ ने भी 11 अक्टूबर को प्रस्तावित धरना-प्रदर्शन स्थागित कर दिया। वार्ता के दौरान सुभाष माते, कैलाश चन्द्र ड्रेसर, राजेश हवलदार, ओमप्रकाश बड़े, कुलदीप पहलवान, रामजीशरण करौसिया, जितेन्द्र आगवान, प्रकाश चौधरी, भगवानदास कठिन, सोनू सारवान, कपिल राय बग्गन, प्रमोद पहलवान, नीलेश करौसिया, रवि खरारे, रवि पवार, कुन्दन गाँचले, मनोज सरदार, जीतू कंजरया, कैलाश जयमाई, सियाशरण दबोइया, वीरेन्द्र दबोइया, हरिश्चन्द्र कंजरया, कमलेश मट्टू, राहुल प्याल आदि उपस्थित रहे।