सहारनपुर(मनीष अग्रवाल)। महाकुंभ आस्था, विश्वास, सौहार्द और संस्कृतियों के मिलन का महापर्व है। शास्त्रों में ऐसा वर्णन है कि जो भी भक्त माघ प्रयागराज में महाकुंभ में स्नान करें तो पाप नष्ट हो जाते हैं और अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है। सहारनपुर जनपद से महापौर अजय कुमार सिंह ने सोमवार को सपत्नि संग प्रयागराज में मां गंगा के संगम स्थल पर आस्था की डुबकी के पश्चात अपने विचार व्यक्त किये। उक्त विचार महापौर डा.अजय सिंह ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती रीटा सिंह के साथ संगम तट पर महाकुंभ में गंगा में स्नान के पश्चात व्यक्त किये। डा.अजय सिंह ने बताया कि जब मनुष्य के जीवन में पितृ कृपा, देव कृपा ओर उसके स्वयं के पुण्य बढ़ते है तभी ऐसे अवसर प्राप्त होते है।
महापौर डा.अजय सिंह ने कहा कि 144 साल बाद ऐसा संयोग मिला है, इसलिए महाकुंभ में मां गंगा का स्नान कर धर्मलाभ उठायें, क्योंकि यह हमारी आस्था से जुड़ा है। हमारी अनगिनत आध्यात्मिक और सामाजिक चेतनाएं, जिनके बलबूते हम अपनी परंपराओं को बखूबी निभाते हुए अपनी बनावट और मंजावट करते आए हैं। अथक प्रवाहमान इस यात्रा में नदियों की आवाजें भी शामिल हैं, जिन्हें सुनने स्वयं कुंभ आता है तो कुंभ में शामिल होने का स्वप्न संजोए लाखों-करोड़ों लोग भी आते हैं। इस अद्भुत, अप्रतिम, अलौकिक यात्रा में शामिल होना गौरव की बात है।
महापौर के साथ गये प्रमुख समाजसेवी कर्नल संजय मिड्ढा एवं उनकी पत्नी प्रमुख समाजसेविका एकता मिड्ढा ने कहा कि यह मेरे पुण्य कर्मों का फल और पूर्वजों का आशीर्वाद है कि मुझे महाकुंभ में संगम स्नान का यह अवसर मिला।
विश्वभर से आए श्रद्धालुओं के अलावा संत समागम के रूप अनेक दिव्य महात्माओं और संतों के दर्शन करने का सौभाग्य मिला। उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने अति सुंदर व्यवस्था से मन आनंदित हो उठा। सरकार द्वारा शहर को इतना भव्य तरीके से सजाया गया है कि मन आनंदित हो उठा। महापौर डा.अजय सिंह के साथ उनकी पत्नी रीटा सिंह, प्रमुख समाजसेवी कर्नल संजय मिड्ढा, एकता मिडढा, वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डा.पी.डी.गर्ग, राधा गर्ग, सहायक अभिषेक सिंह ने भी आस्था की डुबकी मां गंगा के पावन तट पर लगायी।
