मेघालय के दक्षिण-पश्चिम गारो हिल्स जिले में नाबालिग लड़कियों से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
इससे पहले रविवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा था कि इस घटना के पीछे अवैध रोहिंग्या घुसपैठियों का हाथ है।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वह पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे हैं।
कानूनगो ने एक्स पर लिखा, ”मैं मेघालय के दक्षिण पश्चिम गारो हिल्स के अमपाती जिले में एक आदिवासी उत्सव के दौरान हुए हमले में नाबालिग लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के संबंध में शिकायत की जांच करने के लिए एनसीपीसीआर टीम के साथ यहां आया हूं।
यह आश्चर्यजनक है कि वहां ऐसा हुआ है। आदिवासी बच्चियों के खिलाफ इतने क्रूर अपराध पर राष्ट्रीय स्तर पर कोई चर्चा नहीं हुई। शिकायत के मुताबिक, दोषियों के अवैध रोहिंग्या घुसपैठिए होने का संदेह है।”
पुलिस के मुताबिक, दुष्कर्म की घटनाएं 16 अप्रैल की रात दक्षिण-पश्चिम गारो हिल्स जिले के मुख्यालय अमपाती के चेंगा बेंगा मेला गांव में हुईं।
पश्चिमी गारो हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विकास कुमार ने आईएएनएस को बताया, “घटना 16 अप्रैल की रात को हुई और पुलिस में शिकायत 18 अप्रैल को दर्ज की गई। हालांकि राज्य में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव हुए थे, लेकिन पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और आरोपियों को हिरासत में ले लिया।”
उन्होंने कहा, “असम पुलिस की सक्रिय सहायता से दक्षिण सलमारा-मनकाचर जिले से नौ आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। एक सप्ताह से अधिक तक जांच के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया।”
पुलिस ने कहा कि 16 अप्रैल को एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म किया गया और एक अन्य के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
एसपी कुमार ने कहा कि सभी नौ आरोपी असम के दक्षिण सलमारा-मनकाचर जिले के तेपोरपारा गांव के निवासी हैं।
यह गांव असम और मेघालय की सीमा के बीच स्थित है।
मेघालय पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार व्यक्तियों के कब्जे से सात मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं और डेटा का सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया गया है।
पुलिस ने एक बयान में कहा, “जांच के दौरान, यह पता चला कि अपराधियों ने एक व्यक्ति से मोबाइल फोन छीन लिया था और दूसरे व्यक्ति को धमकाया और पैसे भी वसूले।”