लोकसभा चुनाव 2024 में अब कुछ महीने बचे हैं ऐसे में सभी पार्टियां जीत के अपने तरीके से रणनीति बना रही हैं। भारतीय जनता पार्टी जीत की हैट्रिक लगानें की तैयारी में जुटी हैं। दरअसल, पार्टी ने मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने के लिए प्रदेश भर के मस्जिदों-मदरसों के आसपास उर्दू और अरबी भाषा में भाजपा के प्रचार अभियान की शुरूआत कर दी है। अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बासित अली ने बताया कि लखनऊ की दरगाह हजरत कासिम शाहिद से प्रचार अभियान की शुरुआत हो गई है। इस बार मुस्लिम मतदाता एक बार फिर से पीएम मोदी को देश का प्रधान मंत्री बनाएंगे।
आप को बता दें कि उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटें हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 78 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें से 62 सीटों पर पार्टी को जीत मिली थी। वहीं बीजेपी की सहयोगी अपना दल एस को दो सीटों पर जीत हासिल हुई। बसपा के खाते में जहां 10 सीटें आई तो वहीं सपा को सिर्फ पांच सीटों पर जीत हासिल हुई थी। कांग्रेस को महज एक रायबरेली सीट पर ही जीत दर्ज कर सकी, जहां से सोनिया गांधी ने चुनाव जीत दर्ज की थी। समाजवादी पार्टी ने जिन पांच सीटों पर जीत हासिल की थी वो हैं मैनपुरी, रामपुर, आजमगढ़, संभल और मुरादाबाद. इनमें से आजमगढ़ और रामपुर सीट से अखिलेश यादव और आजम खान के इस्तीफे के बाद हुए उपचुनाव में बीजेपी के खाते में चली गईं। वहीं मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद सपा की डिंपल यादव मैनपुरी सीट को बचाने में कामयाब रहीं।
गौरलब है कि सत्रहवीं लोक सभा चुनाव देशभर में 11 अप्रैल से 19 मई 2019 के बीच 7 चरणों में अयोजित कराये गये थे, चुनाव के परिणाम 23 मई को घोषित किये, जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने 303 सीटों पर जीत हासिल की जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 353 सीटें जीतीं। भाजपा ने 37.36% वोट हासिल किए, जबकि एनडीए का संयुक्त वोट शेयर 60.37 करोड़ वोटों का 45% था।कांग्रेस पार्टी ने 52 सीटें जीतीं और कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 92 सीटें जीतीं। अन्य दलों और उनके गठबंधन ने भारतीय संसद में 97 सीटें जीतीं थे।