गुजरात के जूनागढ़ में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मुस्लिम धर्मगुरू मुफ्ती सलमान अज़हरी को बीती रात मुंबई से गिरफ्तार किया गया। सुन्नी धर्मगुरु को गुजरात एटीएस ने घाटकोपर से पकड़ा और आगे की कार्रवाई के लिए घाटकोपर पुलिस स्टेशन लेकर गए। जिसके बाद मुफ्ती सलमान के हजारों समर्थकों ने थाने का घेराव किया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया। हालांकि भीड़ को बेकाबू होता देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
अधिकारियों ने बताया कि हिरासत में लेने के 12 घंटा बाद गुजरात पुलिस मुफ्ती सलमान को लेकर गुजरात चली गयी। उससे अहमदाबाद के एटीएस कार्यालय में पूछताछ जारी है। वहीँ, घाटकोपर पुलिस स्टेशन के बाहर हंगामा करने वाले इस्लामिक उपदेशक के समर्थकों के खिलाफ एक्शन शुरू हो गया है।

मुंबई पुलिस ने नफरत फैलाने वाले भाषण के आरोपों का सामना कर रहे मुफ्ती सलमान की रिहाई की मांग को लेकर रविवार देर रात घाटकोपर पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हुई भीड़ के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

खबर है कि जब घाटकोपर से आरोपियों को गिरफ्तार कर थाने ले जाया जा रहा था तो पुलिस टीम पर पथराव किया गया। इसके चलते कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस घटना से घाटकोपर में तनाव फैल गया है। इलाके में पुलिस बंदोबस्त बढ़ा दिया गया है।
पुलिस ने घाटकोपर पश्चिम से सलमान सईद, अजीम शेख और मोहम्मद शब्बीरलाल मोहम्मद और विक्रोली के पार्कसाइट इलाके से मोहम्मद बिलाल अब्दुल रहमान काजी और अब्दुल रहमान अब्दुल्ला काजी को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए चार आरोपियों की उम्र 21 से 32 साल के बीच है। जबकि एक आरोपी 60 साल का बताया जा रहा है।
रविवार को घाटकोपर पुलिस स्टेशन का घेराव करने के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। जब गुजरात एटीएस मुफ्ती मौलाना को घाटकोपर पुलिस स्टेशन लेकर आई तो सैकड़ों की संख्या में लोग घाटकोपर पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गए। मुंबई पुलिस ने भीड़ के खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 332, 333, 341, 336, 337, 338, 141, 143, 145, 147, 149 और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने लोगों से किसी भी अफवाह पर यकीन न करने की अपील की है।

आरोप है कि मुफ्ती सलमान ने 31 जनवरी की रात में गुजरात के जूनागढ़ में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण दिया था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस मामले में जूनागढ़ पुलिस ने मुफ्ती सलमान अजहरी के खिलाफ केस दर्ज किया है।

इसी मामले को लेकर गुजरात एटीएस मुंबई आई और रविवार तड़के पूर्वी उपनगर में मुफ्ती सलमान के घर पर छापा मारा। उसे गिरफ्तार करने से पहले कई घंटों तक हिरासत में रखा और फिर औपचारिकताएं पूरी करने के लिए उसे घाटकोपर पुलिस स्टेशन ले जाया गया। गिरफ्तारी की खबर सुनकर बड़ी संख्या में उनके समर्थक पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गए और तत्काल रिहाई की मांग करने लगे। इससे इलाके में यातायात बाधित हो गया और अराजकता का माहौल बन गया। जिसके चलते पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया, इसमें कम से कम दो लोग घायल हो गए।

इस बीच, गिरफ्तारी के बाद मुफ्ती सलमान ने अपने समर्थकों से विरोध न करने का अनुरोध किया और कहा, “न तो मैं अपराधी हूं, न ही मुझे अपराध करने के लिए यहां लाया गया है। वे आवश्यक जांच कर रहे हैं और मैं भी उनका सहयोग कर रहा हूं। अगर यह मेरे भाग्य में होगा तो मैं गिरफ्तार होने के लिए तैयार हूं..।”

बता दें कि अल अज़हर काहिरा विश्वविद्यालय (मिस्र) के पूर्व छात्र मुफ्ती सलमान एक इस्लामी विद्वान, सुन्नी उपदेशक और यूट्यूबर हैं। मुफ्ती सलमान ने कई संस्थानों की स्थापना की है और दुनिया भर में व्याख्यान दिए हैं। अपने भड़काऊ भाषण के चलते कई बार विवादों में घिर चुके है।

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