मुजफ्फरपुर की बेटी जाह्नवी से राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू ने मुलाकात की. लैंगिंग समानता पर उनके काम को देखकर राष्ट्रपति ने मिलने का बुलावा भेजा था. रक्षाबंधन के दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जाह्नवी से मुलाकात की और महिला सशक्तिकरण पर उनकी ओर से किए जा रहे काम को सराहा. इस अवसर पर उन्होंने अपनी किताब राष्ट्रपति को भेंट की.
पिता संतोष कुमार ने बताया कि एक साधारण परिवार से उठकर पहले संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय अमेरिका में जाह्नवी द्वारा प्रतिनिधित्व और अब देश की महामहिम द्वारा बुलावा और मुलाकात काफी गर्व का पल रहा. वहीं जाह्नवी ने बताया कि इस दौरान राष्ट्रपति महोदया ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ लैंगिक समानता एवं महिला सशक्तिकरण पर, जो तुम काम कर रही हो वह बहुत की सराहनीय है. उन्होंने लैंगिक समानता पर अपनी लिखी किताब भी राष्ट्रपति को भेंद की.
वहीं मां अर्चना ने बताया कि राष्ट्रपति ने हमारी पूरे परिवार द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की तारीफ की और कहा कि जिस विषय पर जाह्नवी काम कर रही है. उस विषय पर वाकई काम करने की जरूरत है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जाह्नवी को एक गिफ्ट बैग भी दिया.
बता दें कि जाह्नवी 16 वर्ष के उम्र से ही लैंगिक समानता, पीरियड्स,सेक्सुअल राइट्स जैसे गंभीर मुद्दों पर काफी मुखर है. जिस कारण संयुक्त राष्ट्र फाउंडेशन, अमेरिका की ओर से लगातार 3 वर्षों तक सम्मानित किया गया. साथ ही जेंडर क्वालिटी व पीरियड्स पर पुस्तक भी लिखा है. इन विषयों पर आधारित लगभग डेढ़ सौ स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बैठकों में हिस्सा लेने के अलावा संयुक्त राष्ट्र फाउंडेशन व नेल्सन मंडेला के सिद्धांतों पर कार्यरत वैश्विक मंच से भी वह स्पीकर रह चुकी हैं.