मुजफ्फरनगर। चरथावल के गांव रोनी हरजीपुर में एक परिवार में संतान प्राप्ति के लिए मंदिर में तंत्र क्रिया कर कबूतर की बलि दी गई थी। इसके बाद मूर्तियों पर खून का तिलक किया गया था। पुलिस ने गांव के ही रहने वाले तांत्रिक ऋषिपाल सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
शुक्रवार को पुलिस लाइन में एसपी सिटी सत्य नारायण प्रजापत ने जानकारी दी कि 30 मई को रोनी हरजीपुर निवासी मुकेश ने तहरीर देकर बताया था कि गांव के भमेला रोड पर प्राचीन शिव मंदिर में शिव परिवार की प्रतिमा वाले मंदिर का शीशा टूटा हुआ है। मंदिर के फर्श तथा आस-पास खून की बूंदें पड़ी हैं। इस मामले में गांव निवासी चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार तांत्रिक ऋषिपाल ने बताया कि वह तंत्र-मंत्र का काम करता है। कई लोगों का इलाज तंत्र-मंत्र से किया है। गांव के रहने वाले इंद्रपाल की शादी को 25 वर्ष बाद भी कोई संतान नहीं हुई। गांव के ही सुभाष के माध्यम से वह उसके पास आया, तो उसने इंद्रपाल को संतान प्राप्ति के लिए उपाय बताए। इंद्रपाल ने गांव के ही सुभाष तथा मनीष उर्फ मोनू की मदद से जंगल से एक कबूतर पकड़ा और भमेला रोड पर बाबा दीवान नाथ समाधि प्राचीन मंदिर में कबूतर की बलि देकर उसके खून के छींटे मंदिर में चढ़ाए गए ताकि इंद्रपाल को संतान की प्राप्ति हो सके।
एसपी सिटी ने बताया कि तांत्रिक ऋषिपाल ने कहा था कि यदि उड़ते हुए कबूतर को पकड़कर उसकी मंदिर में बलि दी जाए और छींटे चढ़ाए जाएं तो संतान प्राप्ति होगी। इसके बाद मंदिर में कबूतर की बलि दी गई। एसपी सिटी ने बताया कि ग्रामीणों से भी इस बारे में बातचीत की गई है। उनका कहना था कि सभी को बलि देने का पहले से ही शक था। ऋषिपाल ऐसे काम करता रहता था।
एसपी सिटी ने बताया कि आरोपियों ने कबूतर को मारा है। आरोपी गेट तोड़कर मंदिर में घुसे थे। इसलिए मुकदमे में धाराओं को बढ़ाया जाएगा। मौके से मिले सबूतों को भी प्रयोगशाला जांच के लिए भेजा जा रहा है। आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।