मुजफ्फरनगर में भाजपा जिला अध्यक्ष की कमान डॉ. सुधीर सैनी को सौंपी गई है। वर्षों से भाजपा से जुड़े डॉ. सुधीर सैनी को यह जिम्मेदारी दूसरी बार मिली है। पिछली बार करीब 4 साल पहले रूपेंद्र सैनी को भाजपा जिला अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद डॉ. सुधीर सैनी को यह जिम्मेदारी मिली थी।
सियासी हलकों में माना जा रहा है कि भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर अति पिछड़ा वर्ग से आने वाले सुधीर सैनी को यह जिम्मेदारी दी है। भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। प्रदेश संगठन में जिला अध्यक्षों के फेर-बदल को इसी नजर से देखा जा रहा है।
जिला अध्यक्ष की नियुक्ति से पहले जनपद में हुए कॉपरेटिव चुनाव में भी जातीय समीकरण बैठाने का ख्याल भली भांति रखा गया था। जिला सहकारी बैंक सभापति चुनाव में ठाकुर समाज से आने वाले रामनाथ ठाकुर को निर्विरोध निर्वाचित कराया गया था। उपचुनाव में खतौली विधायक विक्रम सैनी की पत्नी के हारने के बाद से सैनी समाज के किसी व्यक्ति को बड़ी जिम्मेदारी देकर अति पिछड़ा वर्ग को रिझाने की तैयारी चल रही थी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने गांव बडसू निवासी डॉ. सुधीर सैनी को को जिला अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी देकर जातीय समीकरण भी साधने का प्रयास किया है। डॉ. सुधीर सैनी को भाजपा 2012 में खतौली विधानसभा से चुनाव भी लड़ा चुकी है। आगामी लोकसभा चुनाव में मौजूदा केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान फिर से मुजफ्फरनगर सीट से भाजपा के प्रत्याशी हो सकते हैं। ऐसे में भाजपा के जाट प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने के लिए अति पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं को भी लुभाना जरूरी माना जा रहा था। हालांकि, डॉक्टर सुधीर सैनी केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान के भी करीबी माने जाते हैं।