मुख्तार अंसारी के बेहद करीबी जुगनू वालिया का वारन्ट बी लेकर पंजाब पहुंची पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा। आलमबाग पुलिस जब पंजाब पहुंची तो पता चला कि जुगनू को सात दिन की रिमाण्ड पर वहां की पुलिस ले चुकी है। इस बारे में वहां की पुलिस ने लखनऊ पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी। अब पुलिस 19 मई के बाद उसे रिमाण्ड पर लेने की औपचारिकता पूरी करने जायेगी। सूत्रों का कहना है कि जुगनू वालिया भी अपने आका मुख्तार की तरह लखनऊ नहीं आना चाह रहा है। इसलिये साठगांठ की वजह से उसे रिमाण्ड पर ले लिया गया। जुगनू वालिया की गिरफ्तारी पंजाब में छह मई को नाटकीय तरीके से हुई थी।
आलमबाग में रेस्त्रां व्यापारी जसविंदर सिंह उर्फ रोमी की वर्ष 2021 में हत्या कर दी गई थी। इसमें गिरफ्तार हुये चार लोगों ने खुलासा किया था कि हत्या की साजिश जुगनू वालिया ने रची थी। उसकी गिरफ्तारी के लिये पुलिस कई टीमें बनायी थी। घर की कुर्की कर डाली लेकिन जुगनू सामने नहीं आया।
आलमबाग पुलिस को पता चला था कि जुगनू पंजाब जेल में बंद मुख्तार से मिलने जाता था। मुख्तार के बांदा जेल शिफ्ट होने के बाद भी जुगनू के पंजाब में छिपे होने की खबर पुलिस को मिलती रही। उस समय यह सामने आया था कि मुख्तार की शह पर पंजाब में जुगनू के कई ठिकाने हैं। छह मई को जुगनू को नाटकीय तरीके से पंजाब पुलिस ने पिस्टल के साथ गिरफ्तार दिखाया। इस गिरफ्तारी के दौरान ही सवाल उठे थे।
आलमबाग पुलिस को जुगनू का रिमाण्ड लेने के लिये वारन्ट बी जारी किया था। आलमबाग पुलिस वारन्ट बी लेकर दो दिन पहले पंजाब पहुंची तो पता चला कि पंजाब पुलिस ने उसे रिमाण्ड पर ले लिया है। पंजाब पुलिस ने रिमाण्ड पर लेने के लिये वहां कोर्ट में अर्जी दी थी पर आलमबाग पुलिस को इस बारे में नहीं बताया। जब आलमबाग पुलिस वहां पहंची तो जुगनू के 19 मई तक रिमाण्ड पर होने का पता चला। पंजाब पुलिस ने उससे वहां पूछताछ करने के लिये समय नहीं दिया और कहा कि कुछ असलहे बरामद करने के लिये उसे दूसरे जिले ले जाया गया है।