मुंबई बात हादसे में बड़ा खुलासा हुआ है। मुंबई तट के पास यात्री नौका ‘नील कमल’ से टकराने वाली नौसेना की स्पीडबोट में सवार 14 लोगों की मौत हो गई थी। इस दुर्घटना में जीवित बचे एक व्यक्ति ने बताया कि इस नाव का चालक ‘मस्ती के मूड’ में था और ‘दिखावा’ कर रहा था।
इस हादसे में जीवित बचे गौतम गुप्ता की चाची भी उन 14 मृतकों में शामिल है जिन्होंने अपनी जान गंवाई है। पीड़ित उस भयावह स्पीडबोट-फेरी टक्कर से पहले के क्षणों को याद किया जिसमें नौसेना कर्मियों सहित 14 लोग मारे गए थे।
पालघर जिले के नालासोपारा निवासी सब्जी विक्रेता गुप्ता अपनी चाची और रिश्तेदारों के साथ उसी नांव पर सवार थे। ये सभी लोग गुप्ता की शादी के लिए मुंबई आए थे। उन्होंने नौसेना के इस दावे का खंडन किया कि दुर्घटना का कारण “इंजन की विफलता” थी। उन्होंने जहाज के चालक को “दिखावा” करने वाला व्यक्ति बताया। गुप्ता सहित कई यात्री उस चालक का वीडियो बनाने में व्यस्त थे जो पानी में इधर-उधर घूम रहा था। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, “ऐसा लगा जैसे कोई प्रदर्शन चल रहा था।”
उन्होंने बताया, “ड्राइवर मस्ती के मूड में था और पानी में इधर-उधर घूम रहा था। अचानक उसने स्पीडबोट मोड़ दी और सीधे हमारी ओर बढ़ गया। उसने सोचा होगा कि वह हमारी नौका के पास से बाल-बाल बच जाएगा, लेकिन उसका यह स्टंट दुखद रूप से सब कुछ खत्म कर गया।”
उन्होंने बताया कि शुरुआत में स्थिति की गंभीरता को समझ पाना मुश्किल था, क्योंकि स्पीडबोट में सवार एक व्यक्ति को नौका पर फेंक दिया गया था। हमने मान लिया था कि हमारी नौका सुरक्षित है और कोई नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन जल्द ही नौका डूबने लगी।” उन्होंने कहा, “टक्कर से पहले स्पीडबोट चालक आराम से चल रहा था और उसमें सवार यात्री शांत दिख रहे थे। यदि नाव में कोई समस्या होती तो वे इतने निश्चिंत नहीं होते।”
पुलिस ने बताया कि गुरुवार को लापता दो यात्रियों में से एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ, जिससे मरने वालों की संख्या 14 हो गई। पीटीआई के अनुसार, पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के एक दिन बाद 43 वर्षीय व्यक्ति का शव नौका के पास मिला।