मुंबई में मार्च 1993 बम धमाकों के दोषी 59 वर्षीय मोहम्मद अलीखान की कोल्हापुर सेंट्रल जेल में 5 विचाराधीन कैदियों ने पीट-पीटकर मार डाला।
गौरतलब है कि अलीखान को आजीवन कारावास की सजा हुई थी।
कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक महेंद्र पंडित ने बताया कि कोल्हापुर सेन्ट्रल जेल में दोषी मोहम्मद अली खान उर्फ मुन्ना पर मुंबई के 5 अन्य कैदियों ने हमला किया था।
खबरों के अनुसार, बताया जा रहा है कि यह घटना सुबह उस समय हुई, जब सभी कैदी कलंबा स्थित जेल में नहाने जा रहे थे।
किसी मामले को लेकर कैदियों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई और जमकर मारपीट हुई इतने में विचाराधीन कैदियों ने मैनहोल का ढक्कन खींचकर और मुन्ना के सिर पर कई बार हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई।
वारदात के बाद जेल अधिकारियों और कोल्हापुर के राजवाड़ा पुलिस स्टेशन की टीम ने हमलावरों को हत्या, दंगा और अन्य आरोपों के तहत गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपियों की पहचान ऋतुराज इनामदार, दीपक खोत, शंकर चव्हाण, सौरभ सिद्ध और प्रतीक पाटिल के रूप में बताई गई है।
इस घटना की पुलिस और जेल प्रशासन जांच कर रहा है।