कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बाद अब इस पर उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम और बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अग्निवीर योजना को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि सेना में अल्पकालीन भर्ती को लेकर लोगों में चिंता बरकरार है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को एक्स पर पोस्ट किया, ”सेना में अग्निवीर के रूप में अल्पकालीन व अस्थाई भर्ती का मामला जन व देशहित से जुड़ा ऐसा मुद्दा है जिस पर लोगों की चिंताएं बरकरार हैं। किन्तु सरकार महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि जैसी राष्ट्रीय समस्याओं की तरह इस मामले में भी केवल इधर-उधर की बात कर रही है, जो क्या उचित?”
उन्होंने एक और पोस्ट में कहा, “पूर्व अग्निवीरों को आरक्षण देने की तैयारी में केंद्रीय सुरक्षा बल; यह मीडिया में नया सरकारी बयान है, किन्तु यह ऐसी नई बात नहीं है जो पहले नहीं कही गयी जिसे लोगों ने स्वीकार कर लिया हो। सेना में भर्ती सिर्फ नौकरी नहीं बल्कि जज़्बा/सम्मान से जुड़ा है जिसपर सरकार जरूर ध्यान दे।
ज्ञात हो कि संसद में उठे अग्निवीर मुद्दे के बाद यह मसला लगातार चर्चा में बना हुआ है। इसी बीच अग्निवीरों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। भारत सरकार ने पूर्व अग्निवीरों के लिए केंद्रीय सशस्त्र सुरक्षा बलों की भर्ती में 10 फीसदी सीटें आरक्षित करने का फैसला लिया है।
इनमें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) जैसे सुरक्षाबलों में होने वाली भर्तियां शामिल हैं।