उत्तर प्रदेश में प्रयागराज पुलिस ने वकील उमेश पाल और उनके दो गनर की हत्या के मामले में वांछित 3 और फरार लोगों की संपत्तियों को कुर्क करने की सभी कार्रवाई पूरी कर ली है। पुलिस ने कहा कि वह इस सप्ताह शाइस्ता परवीन (मारे गए गैंगस्टर अतीक अहमद की पत्नी), आयश नूरी (अतीक की बहन) और अरमान (अतीक के गिरोह का एक शूटर) की संपत्ति कुर्क करेगी क्योंकि अब सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इससे पहले पुलिस ने गुड्डु मुस्लिम, साबिर और ज़ैनब फातिमा (मारे गए गैंगस्टर और अतीक के भाई अशरफ की पत्नी) की संपत्तियों को कुर्क किया था। गुड्डू, साबिर और अरमान समेत 3 शूटरों पर 5-5 लाख रुपये का नकद इनाम था, जबकि शाइस्ता परवीन पर 50,000 रुपये का नकद इनाम था। सनसनीखेज धूमनगंज शूटआउट मामले के 9 महीने बाद भी सभी आरोपी पुलिस कार्रवाई से बच रहे थे, जिसमें 2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की उनके दो पुलिस गनर के साथ सुलेम सराय इलाके में उनके आवास के बाहर हत्या कर दी गई थी।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां दहेज के लिए अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या करने और शव को शहर के गोमती नगर इलाके में घर के आंगन में छोड़कर भाग जाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। घटना तब सामने आई जब पड़ोसियों ने उनके माता-पिता को सूचित किया। मृतका की मां ने पति समेत 6 लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि दहेज में कार और मकान की मांग पूरी नहीं होने पर उनकी बेटी की हत्या कर दी गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है। सोमवार को आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया गया।