फर्जी एंबुलेंस मामले में गुरुवार को मुख्तार अंसारी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई। इस दौरान खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर मुख्तार अंसारी पेश नहीं हुए। अंसारी के अधिवक्ता ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दायर किया।
आवेदन में मुख्तार अंसारी ने कहा, “19 मार्च की रात मुझे खाने में जहरीला पदार्थ मिलाकर दिया गया। इसकी वजह से मेरी तबीयत खराब हो गई। ऐसा लग रहा है कि मेरा दम निकल जाएगा।” प्रार्थना पत्र में उसने कहा है कि खाना खाने के बाद मेरी तबीयत बहुत खराब हो गई। शरीर की सभी नसों में दर्द होने लगा।
अधिवक्ता ने कहा कि इस घटना से पहले मुख्तार का स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक था इसलिए उन्होंने अदालत से उचित इलाज के लिए चिकित्सकों की एक टीम बनाने का अनुरोध किया है। मुख्तार अंसारी ने जेल में दिए जाने वाले खाने की जांच और सुरक्षा की मांग की है।
अंसारी ने आरोप लगाया कि 40 दिन पहले भी इसी तरह खाने में जहरीला पदार्थ मिलाकर दिया गया था, जिससे मेरी तबियत बहुत खराब हो गई थी और हाथ-पांव में कमजोरी रहती है। मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सुमन ने बताया कि गुरुवार को सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी डिजिटल माध्यम से पेश नहीं हुए। कोर्ट ने मामले में सुनवाई के लिए अगली तारीख 29 मार्च तय की है।