तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया है। टीएमसी सांसद पर ये कार्रवाई कैश फॉर क्वेरी मामले में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश होने के बाद की गई है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा,.यह सदन कमेटी की रिपोर्ट को को स्वीकार करता है जिसमें सांसद महुआ मोइत्रा का आचरण एक सांसद के रूप में अनैतिक और अशोभनीय बताया गया है। इसलिए उनका सांसद बने रहना उचित नहीं है…”
इसके साथ ही लोकसभा की कार्यवाही को 11 दिसंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। बता दें कि महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित होने के बाद विपक्षी सांसद संसद परिसर से वॉकआउट कर गए।
संसद की सदस्यता रद्द होने के बाद महुआ मोइत्रा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा,’ ये मोदी सरकार के अंत की शुरुआत है…अगर इस मोदी सरकार ने सोचा कि मुझे चुप कराकर वे अडानी मुद्दे को खत्म कर देंगे, तो मैं आपको यह बता दूं कि इस कंगारू अदालत ने ही दिखाया है पूरे भारत में, आपने जो जल्दबाजी और उचित प्रक्रिया का दुरुपयोग किया है, वह दर्शाता है कि अडानी आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है। और आप एक महिला सांसद को समर्पण करने से रोकने के लिए उसे किस हद तक परेशान करेंगे…”
संसद की सदस्यता रद्द होने के बाद महुआ मोइत्रा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा,’ ये मोदी सरकार के अंत की शुरुआत है…अगर इस मोदी सरकार ने सोचा कि मुझे चुप कराकर वे अडानी मुद्दे को खत्म कर देंगे, तो मैं आपको यह बता दूं कि इस कंगारू अदालत ने ही दिखाया है पूरे भारत में, आपने जो जल्दबाजी और उचित प्रक्रिया का दुरुपयोग किया है, वह दर्शाता है कि अडानी आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है। और आप एक महिला सांसद को समर्पण करने से रोकने के लिए उसे किस हद तक परेशान करेंगे…”