ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा क्षेत्र में एक बड़ी साजिश उजागर हुई है। यहां एक गांव के बाहर लगे हुए महाराणा प्रताप के बोर्ड पर लगे चित्र को खुर्द बुर्द किया गया तथा बोर्ड पर जातिसूचक शब्द लिख दिए गए। समय रहते पुलिस को साजिश का पता चल गया तो पुलिस ने बोर्ड को बदलवा दिया।
रबूपुरा थाना क्षेत्र के कानपुर गांव के बाहर लगे महाराणा प्रताप के चित्र को क्षति पहुंचाई गई। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है। पुलिस ने ग्रामीणों को समढया और क्षतिग्रस्त बोर्ड को सही कराया। एहतियातन गांव में पुलिस की तैनाती कर दी गई है।
कानपुर गांव के बाहर लगे हुए बोर्ड पर राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना और जय राजपुताना गढ़ लिखा है। इसी बोर्ड पर महाराणा प्रताप का चित्र भी बनाया गया है। सुबह ग्रामीणों ने देखा कि महाराणा प्रताप के चित्र को कुरेदकर क्षति पहुंचाई गई है। इसके अलावा बोर्ड पर एक जाति को दबंग लिखा गया है। कोतवाली प्रभारी सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि बोर्ड सही करा दिया गया है। आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।
अभी कुछ ही दिन पहले की बात है जेवर थाना क्षेत्र के एक गांव में भी इसी प्रकार की शरारत हुई थी। हुआ यह था कि गांव दियौरार में चांचली रोड़ पर हिन्दू सम्राट महाराणा प्रताप का बोर्ड लगा है, तो गांव थोरा दियौरार मार्ग पर पृथ्वीराज चौहान का बोर्ड लगा हुआ है। जहां अज्ञात शरारती तत्वों ने गांवों के माहौल को खराब करने के उद्देश्य से दोनों महापुरुषों के बोर्ड पर कालिख पोत उनके चेहरों को भी काले पेंट से बिगाड़ दिया था और एक वर्ग विशेष से जुड़े शब्द लिखकर माहौल को खराब करने का प्रयास किया था, मगर मामले की भनक लगते ही पुलिस के आला अधिकारियों ने मामले को संभाल लिया था।
पुलिस का कहना है कि इस प्रकार के शरारती तत्व जेवर व रबूपुरा के क्षेत्र में बड़ी संख्या में सक्रिय हैं। दरअसल यहां गुर्जर व राजपूत समाज के बीच एक अजीब सा वैमन्स्य फैल रहा है। इसी वैमनस्य के चलते क्षेत्र की शांति भंग करने की साजिशें आए दिन होती रहती है। इस क्षेत्र में तैनात एलआईयू के कर्मचारी व अधिकारी समय रहते इस प्रकार की घटनाओं का पता लगाने में विफल रहते है।