कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर दावा किया कि लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के न्याय पत्र (घोषणा पत्र) के बारे में उन्हें गलत जानकारी दी गई है।
कांग्रेस प्रमुख ने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहेंगे और उन्हें पार्टी घोषणापत्र के बारे में समझाना चाहेंगे ताकि वह भविष्य में कोई ‘झूठा’ बयान न दें।
उन्होंने कहा, ”मैं पिछले कुछ दिनों में आपकी भाषा या आपके भाषणों से न तो स्तब्ध हूं और न ही आश्चर्यचकित हूं। उम्मीद थी कि (लोकसभा) चुनाव के पहले चरण में भाजपा का प्रदर्शन देखने के बाद आप और आपकी पार्टी के अन्य नेता इसी तरह बोलना शुरू करेंगे।”
खड़गे ने पत्र में लिखा, “कांग्रेस गरीबों और उनके अधिकारों (न्याय) के बारे में बात कर रही है। हम जानते हैं कि आपको और आपकी सरकार को गरीबों की कोई चिंता नहीं है। आपकी ‘सूट-बूट की सरकार’ उन कॉरपोरेट्स के लिए काम करती है जिनके कर आपने कम किए हैं। वेतनभोगी वर्ग अधिक कर चुकाता है, गरीब लोग जीएसटी का भुगतान करते हैं, लेकिन अमीर कॉर्पोरेट जीएसटी रिफंड का दावा करते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “इसीलिए जब हम अमीर और गरीब के बीच असमानता की बात करते हैं, तो आप जान-बूझकर इसे हिंदू-मुस्लिम से जोड़ रहे हैं। हमारा घोषणापत्र गरीबों के लिए है, चाहे वे हिंदू हों या मुस्लिम या ईसाई या सिख। आपके पूर्व सहयोगियों की तरह देश को बांटने की कोशिश न करें। कांग्रेस ने हमेशा गरीबों को सशक्त बनाने का काम किया है और आपने 2014 के बाद से गरीबों की कमाई और संपत्ति छीनकर अमीरों को देने का फैसला किया है। आपने किसी किसान का कर्ज माफ नहीं किया।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि केंद्र ने देश में गरीबों और पिछड़ी महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों से बार-बार मुंह मोड़ लिया है।
उन्होंने कहा, “आज, आप उनके ‘मंगलसूत्र’ के बारे में बात करते हैं। क्या आपकी सरकार मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ अत्याचारियों, दलित लड़कियों के खिलाफ अत्याचारियों, बलात्कारियों को माला पहनाने के लिए जिम्मेदार नहीं है? जब आपकी सरकार के तहत किसान आत्महत्या कर रहे हैं, तो आप उनकी पत्नियों और बच्चों की रक्षा कैसे कर रहे हैं?
“कृपया ‘नारी न्याय’ के बारे में पढ़ें जिसे हम सत्ता में आने पर लागू करेंगे।”
खड़गे ने अंत में कहा, “हमारे न्याय पत्र को समझाने के लिए आपसे व्यक्तिगत रूप से मिलकर मुझे बहुत खुशी होगी ताकि प्रधानमंत्री के रूप में आप झूठे बयान न दें।”