अमेरिका के एक पूर्व सैन्य अधिकारी ने दावा किया है, कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ असफल विद्रोह के बाद वैगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन या तो मर चुके हैं या जेल में हैं।
अमेरिका के पूर्व जनरल का ये बयान रूस के इस दावे के बाद आया है, कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने विद्रोह के पांच दिन बाद ‘भाड़े के समूह’ वैगनर ग्रुप के प्रमुख से मुलाकात की थी। पूर्व अमेरिकी जनरल रॉबर्ट अब्राम्स ने एबीसी न्यूज को बताया कि बैठक भी संभवत: फर्जी थी।
पूर्व अमेरिकी जनरल रॉबर्ट अब्राम्स ने एबीसी न्यूज से बात करते हुए दावा किया है, कि “व्यक्तिगत तौर पर मेरा मानना ये है, कि मुझे संदेह है कि हम प्रिगोजिन को फिर कभी सार्वजनिक रूप से देख पाएंगे। मुझे लगता है, कि उसे या तो छुपा दिया जाएगा, या जेल भेज दिया जाएगा, या किसी अन्य तरीके से निपटा जाएगा, लेकिन मुझे संदेह है कि हम उसे फिर कभी देख पाएंगे।”
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें लगता है कि प्रिगोजिन अभी भी जीवित है, जनरल अब्राम्स ने कहा, कि “मैं व्यक्तिगत रूप से नहीं सोचता, कि वह जीवित है, और यदि वह है, तो वह कहीं जेल में है।”
आपको बता दें, कि इस हफ्ते की शुरुआत में, रूस ने कहा था, कि प्रिगोजिन और उनके लोगों ने व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी और सशस्त्र विद्रोह के पांच दिन बाद सरकार के प्रति वफादारी का वादा किया था। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा था, कि तीन घंटे की बैठक 29 जून को हुई थी और इसमें न केवल प्रिगोजिन, बल्कि उनके वैगनर ग्रुप के कई अन्य सैन्य ठेकेदार कमांडर शामिल थे।
उन्होंने कहा, व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध के मैदान पर वैगनर के कार्यों का मूल्यांकन किया – जहां भाड़े के सैनिकों ने रूसी सैनिकों के साथ लड़ाई लड़ी है और पुतिन ने विद्रोह का भी मूल्यांकन किया था।
पेस्कोव ने कहा, कि “वैगनर चीफ और उनके कमांडरों ने जो कुछ भी हुआ था, उसके बारे में राष्ट्रपति पुतिन को बताया।” उन्होंने आगे दावा किया, कि “वैगनर ग्रुप के चीफ प्रिगोजिन, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर समर्थक हैं और वो मातृभूमि के लिए लड़ाई लड़ना जारी रखेंगे।”
आपको बता दें, कि जब वैगनर चीफ ने रूस के खिलाफ विद्रोह का ऐलान किया था और मॉस्को की तरफ अपने सैनिकों को कूच करने का आदेश दिया था, तो उसे रूस की तरफ से तख्तापलट की कोशिश बताया गया था। वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद बयान में, वैगनर चीफ प्रिगोजिन को रूस का गद्दार करार देते हुए, उन्हें सजा देने की बात कही थी। हालांकि, बाद में रूस ने प्रिगोजिन के खिलाफ दर्ज तमाम आपराधिक मुकदमों को हटा लिया था।