कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मंगलवार, 3 जून को पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने और 2028 के मध्य प्रदेश चुनावों के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं में नया उत्साह भरने के अभियान में हिस्सा लेने के लिए भोपाल पहुंचे। अभियान की शुरुआत से पहले गांधी ने कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक को संबोधित किया और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की। इससे पहले एयरपोर्ट पर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी का गर्मजोशी से स्वागत किया।
बाद में गांधी ने भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें प्रभारी महासचिव हरीश चौधरी, एआईसीसी संगठन प्रभारी के.सी. वेणुगोपाल, पटवारी, नाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, एमपी विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार और पार्टी के अन्य नेता मौजूद थे। प्रदेश कांग्रेस इकाई ने बाद में एक बयान में कहा, “नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज भोपाल के इंदिरा भवन में आयोजित राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक को संबोधित किया और सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।”
हालांकि, जानकारी यह भी है कि राहुल ने पार्टी नेताओं से गुटबाजी खत्म करने और मिलकर काम करने की अपील की है। साथ ही यह भी कहा है कि कोई भी फैसला ऊपर से नहीं थोपा जाएगा। आप सब मिलकर फैसला करें और अगर कोई बदलाव की जरूरत होगी तो हम करेंगे। बैठक में पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और पूर्व सांसद सज्जन वर्मा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता विवेक तन्खा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और पूर्व महिला कांग्रेस अध्यक्ष शोभा ओझा शामिल हुए।