इसके साथ ही ठाकरे ने दावा किया कि इस चुनाव में बीआरएस की तुलना में कांग्रेस अधिक संख्या में पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को टिकट देकर चुनावी मेैदान में उतार रही है।
कांग्रेस की पहली उम्मीदवारों की सूची से असंतुष्ट नेताओं द्वारा किए गए विरोध-प्रदर्शन पर ठाकरे ने कहा कांग्रेस के पास कई असाधारण और बेहतरीन उम्मीदवार हैं, लेकिन हम प्रत्येक सीट के लिए केवल एक ही उम्मीदवार को नामांकित कर सकते हैं। किसी भी उम्मीदवार का चयन करना आसान नहीं है।
वहीं टीपीसीसी प्रमुख ए रेवंत रेड्डी के टिकट बेचने और पार्टी छोड़ने पर ठाकरे ने कहा प्रतिद्वंद्वी पार्टियां सोशल मीडिया के जरिए लगातार ऐसे आरोप लगाती रही हैं।
वरिष्ठ नेता पोन्नाला लक्ष्मैया के पार्टी छोड़ने से क्या कांग्रेस को नुकसाान होगा इस सवाल के जवाब में ठाकरे ने कहा कांग्रेस ने पोन्नाला को कई मौके दिए हैं. उन्हें मंत्री और पीसीसी अध्यक्ष बनाया गया उनका नाम भी उम्मीदवारों में थे लेकिन उन्होंने अपना निर्णय ले लिया।
इसके साथ ही ठाकरे ने बताया कि दशहरे के बाद अन्य निर्वाचन क्षेत्रों के उम्मीदवारों का ऐलान होगा क्योंकि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चुनाव प्रचार अभियान में अभी व्यस्त हैं।
ठाकरे ने दावा किया कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश के बाद अब हम तेलंगाना जीतने जा रहे हैं. तेलंगाना के लोग सोनिया, राहुल और प्रियंका के नेतृत्व में विश्वास करते हैं क्योंकि वे अपनी बात पर कायम रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा सोनिय गांधी ने तेलंगाना की जनता से जो वादा किया है उसे राज्य में पार्टी की सरकार बनते ही पूरा करेंगी।
इसके साथ ही ठाकरे ने कहा कांग्रेस पार्टी का कैडर जमीनी स्तर पर मजबूत है, लेकिन सभी को समन्वय और एकजुट करने के लिए एक ताकत की जरूरत होती है, तेलंगाना के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुझ पर विश्वास किया और साथ मिलकर काम कर रहे हैं।