बिजनौरः मुख्यमंत्री के आदेश पर जिले के प्रभारी मंत्री कपिल देव अग्रवाल शनिवार को बिजनौर में बाढ़ पीड़ितों का हाल जानने और उनके जख्मों पर मरहम लगाने गांव नारायणपुर पहुंचे थे। यहां महाभारत कालीन से जुड़े मंदिर अंबिका ग्लखा देवी मंदिर को गंगा के पानी के कटान से बचाने के लिए रेत भरकर प्लास्टिक के बोरे लगाए जा रहे थे। मंत्री ने भी रेत का बोरा भरकर इस कार्य का शुभारंभ करने का प्रयास किया तो नाराज ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी।
पहले मुर्दाबाद के नारे लगाए और उसके बाद ‘कमल का फूल हमारी भूल’ काफी देर तक इस तरह के नारे लगाते रहे। विरोध होते देख मंत्री चुपचाप खड़े रहे जबकि साथ में मौजूद सदर विधायक के पति मौसम चौधरी ने नारे लगाने वालों को डांटकर धमकाने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने इसे धमकी बताते हुए उनका भी विरोध किया।
ग्रामीणों का कहना था कि गंगा का कटान रेत के बोरों से नहीं रुकेगा, इसके लिए गंगा किनारे पत्थर लगाकर पक्के स्टैंड बनाए जाने चाहिए। पिछले 30-32 साल से हर साल गंगा इसी तरह का काम करती है और उनके गांव तीन बार उजड़कर दूसरी जगह बस चुके हैं। नेता आते हैं फोटो खिंचाते हैं और आश्वासन देकर चले जाते हैं। हंगामा बढ़ते देख डीएम उमेश मिश्रा ने लोगों को समझाकर किसी तरह शांत किया लेकिन उसके बावजूद भी हंगामा जारी रहा है।