चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ रविवार रात बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के बीच तट से टकरा गया है। इसका असर देश की कई राज्यों में देखने को मिल रहा है। तेलंगाना के कई इलाकों में रविवार रात आए तेज आंधी-तूफान व भारी बारिश की चपेट में आकर 13 लोगों की मौत हो गई। राज्य की राजधानी हैदराबाद समेत कई जिलों में तेज आंधी के साथ भारी बारिश ने कहर बरपाया। कोलकाता में तेज तूफान से पेड़ उखाड़ गए और बिजली के खंभों को गिरा दिया है। भीषण चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ से 51 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई।
बंगाल की खाड़ी में उठे भीषण चक्रवाती तूफान रेमल के कारण आंधी-तूफान के साथ हुई बारिश में 13 लोगों की मौत हो गई। तेज हवाओं से पेड़ उखड़ गए, बिजली और संचार टावर क्षतिग्रस्त हो गए और यातायात व बिजली आपूर्ति बाधित हुई।
अकेले नगरकुर्नूल जिले में सात मौतें हुईं। हैदराबाद के विभिन्न हिस्सों से चार और मेडक से दो लोगों की मौत की खबर है। तेज़ आंधी ने नागरकर्नूल, मेडक, रंगारेड्डी, मेडचल मल्काजगिरी और नलगोंडा जिलों में भारी विनाश किया।
नगरकुर्नूल जिले के तंदूर गांव में एक निर्माणाधीन पोल्ट्री शेड गिरने से पिता-पुत्री समेत चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान किसान मल्लेश (38), उनकी बेटी अनुषा (12), मजदूर चेन्नम्मा (38) और रामुडु (36) के रूप में हुई। चार अन्य घायल हो गए। इसी जिले से तीन अन्य मौतें हुईं। इनमें से दो की मौत बिजली गिरने से हुई।
हैदराबाद के बाहरी इलाके शमीरपेट में, मोटरसाइकिल पर जा रहे दो लोगों पर पेड़ गिर गया। इससे दोनों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान धनंजय (44) और नागिरेड्डी रामी रेड्डी (56) के रूप में हुई। हैदराबाद के हाफ़िज़पेट इलाके में, मोहम्मद रशीद (45) और मोहम्मद समद (3) की उस समय मौत हो गई, जब तेज आंधी के कारण पड़ोसी घर की छत से उन पर ईंटें गिर गईं।
आंधी के साथ बारिश ने महबूबनगर, जोगुलाम्बा-गडवाल, वानापर्थी, यदाद्री-भोंगीर, संगारेड्डी और विकाराबाद जिलों को भी प्रभावित किया। कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। ट्रांसमिशन और वितरण लाइनें टूट गईं। बिजली के तारों पर पेड़ की शाखाएं गिर गईं। खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और उखड़ गए। कुछ स्थानों पर होर्डिंग्स व मोबाइल टावर सड़कों और घरों पर गिर गए।