भारत ने देश के उन राज्यों में मलेरिया रोग के मामलों और इससे संबंधित मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जहां ये रोग बहुत व्यापक रूप से फैला हुआ था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ‘विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2024’ के निष्कर्षों में यह जानकारी दी गई है। ब्रिटेन के संसद परिसर में इस सप्ताह आयोजित एक बैठक में, हितधारकों ने रिपोर्ट के निष्कर्षों पर विचार-विमर्श किया और यह तर्क दिया कि मलेरिया को समाप्त करने में योगदान करना आर्थिक रूप से समझदारी भरा कदम है।
बैठक में इस बात पर गौर किया गया कि भारत में किस प्रकार से सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता दूरदराज की आबादी तक पहुंच रहे हैं और ‘मलेरिया के मामलों तथा मौतों में उल्लेखनीय कमी ला रहे हैं’।
भातर में अधिकतर सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता मुख्य रूप से महिलाएं हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘भारत अपने उन राज्यों में मलेरिया की घटनाओं और मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है जहां इस बीमारी से बहुत अधिक संख्या में लोग पीड़ित थे।