केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को बताया कि भारत का सेमीकंडक्टर मिशन बहुत तेज गति से आगे बढ़ रहा है और कदम-दर-कदम हम इस महत्वपूर्ण मिशन में मुकाम हासिल कर रहे हैं।
इसके साथ ही मंत्री ने बताया कि गुरुवार को जापान और भारत ने सेमीकंडक्टर विकास, विनिर्माण, अनुसंधान, डिजाइन और प्रतिभा विकास के लिए सहयोग के एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
जापान के साथ इस समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद वैष्णव ने बताया जापान और भारत ने सेमीकंडक्टर डिजाइन, मेनीफेक्चरिंग, उपकरण रिसर्च, टैलेंट डेवलेपमेंट और सेमीकंडक्टर सप्लाई यूनिट में लचीलापन लाने के लिए एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव कहा दोनों राष्ट्र मिलकर एक कार्यान्वयन संगठन बनाएंगे जो सरकार से सरकार और उद्योग-से-उद्योग सहयोग पर काम करेंगे।
प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा भारत का सेमीकंडक्टर मिशन बहुत तेज गति से आगे बढ़ रहा है। आज भारत और जापान के बीच इससे संबंधित समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होना इस मिशन के क्षेत्र में एक और बड़ा कदम है।
इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) को डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन के अंदर जिसे एक फ्री बिजनेस यूनिट के रूप में स्थापित किया गया है। आईएसएम के पास सभी प्रशासनिक और वित्तीय शक्तियां हैं और निर्माण, पैकेजिंग और डिजाइन में भारत सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को प्रेरित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आईएसएम में एक सलाहकार बोर्ड है जिसमें सेमीकंडक्टर्स के क्षेत्र में कुछ प्रमुख वैश्विक विशेषज्ञ शामिल हैं। आईएसएम भारत में सेमीकंडक्टर और निर्माण इको के विकास के लिए कार्यक्रम के कुशल, सुसंगत और सुचारू कार्यान्वयन के लिए नोडल एजेंसी के रूप में कार्य कर रहा है।